महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या के शाही स्नान पर हुई भगदड़ में लगभग 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु के बाद, उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी बसंत पंचमी स्नान (3 फरवरी) के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। इसी के क्रम में अब भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चार पुलिस अधीक्षक (एसपी) और तीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) को प्रयागराज भेजा गया है।
लिस्ट में ये अफसर शामिल
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए चार एसपी और तीन एएसपी को महाकुंभ के लिए प्रयागराज भेज दिया है। इसमें देवरिया में तैनात आईपीएस दीपेंद्र नाथ चौधरी, भ्रष्टाचार निवारण संगठन में एसपी लक्ष्मी निवास मिश्रा, डीजीपी मुख्यालय में एसपी राज धारी चौरसिया और कानपुर में डीसीपी श्रवण कुमार सिंह की महाकुम्भ में ड्यूटी लगाई गई है।
इसके अलावा 3 एडिशनल एसपी, जिसमे एडीजी कानून व्यवस्था के स्टॉफ अफसर विकास चंद्र त्रिपाठी, बस्ती में तैनात ओमप्रकाश सिंह और श्रावस्ती में तैनात प्रवीण कुमार यादव को तैनात किया गया है।
इसके पहले, प्रयागराज महाकुंभ में दर्दनाक हादसे के बाद सरकार ने पांच और अनुभवी अधिकारियों की टोली संगम नोज में तैनात की थी। इन अफसरों में एक आईएएस व चार पीसीएस अधिकारी शामिल थे। ये वो अधिकारी हैं, जो पहले प्रयागराज में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
सीएम ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को और मजबूत करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इन सख्त सुरक्षा उपायों के माध्यम से सरकार का उद्देश्य बसंत पंचमी के अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना है।