प्रदेश के कन्नौज जिले में सिपाही के हत्यारे के घर पर कन्नौज प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने कुख्यात अपराधी अशोक उर्फ मुन्ना यादव के घर पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया है. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रहा. बीती 25 दिसंबर को कुख्यात अपराधी ने पुलिस टीम पर जमकर गोलियां बरसाई थी. अपराधी द्वारा पुलिस टीम पर की गई फायरिंग की चपेट में सिपाही सचिन राठी आ गए थे. गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उनके पैर में गोली लगी थी. इलाज के लिए उन्हें कानपुर भेजा गया था जहां इलाज के दौरान सिपाही सचिन की मौत हो गई थी. आरोपी मुन्ना यादव और उसके बेटे को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपी की पत्नी को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
बुलडोजर चलाकर किया घर को जमींदोज
कन्नौज पुलिस ने गुरुवार को कुख्यात अपराधी अशोक उर्फ मुन्ना यादव के घर पर कार्रवाई की. सुबह में पुलिस टीम बुलडोजर के साथ आरोपी के गांव विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के धरनी धीरपुर नगरिया पहुंची. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसके घर को जमींदोज कर दिया. भारी पुलिस फोर्स के बीच हुई कार्रवाई से गांव में सनसनी मच गई.
इलाज के दौरान शहीद हुआ सिपाही
दरअसल बीती 25 दिसंबर की शाम कुख्यात अपराधी अशोक उर्फ मुन्ना यादव के घर पुलिस की टीम नोटिस चस्पा करने गई थी. इस दौरान घर के अंदर से मुन्ना यादव ने पुलिस की टीम पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया था. जिसमें सिपाही सचिन राठी की जांघ में गोली लगी थी. जिसके बाद सचिन को इलाज के लिए कानपुर हायर सेंटर भेजा गया था. जहां पर इलाज के दौरान वह शहीद हो गए थे. वहीं, भागने की फिराक में जब अपराधी और उसका बेटा पुलिस टीम पर फायरिंग कर रहे थे तभी पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मुन्ना यादव और उसके बेटे के पैर में गोली लग गई थी. इसके बाद पुलिस ने उन दोनों और मुन्ना यादव की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद मुन्ना यादव और उसके बेटे को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. उसकी पत्नी श्यामा देवी को जेल भेज दिया गया था. सिपाही की मौत के बाद पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई थी. शहीद सिपाही सचिन राठी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ गॉड ऑफ ऑनर देने के बाद उनके पार्थिव शरीर को पैतृक जिले मुजफ्फरनगर भेज दिया गया था.