मेरठ जिले के मुंडाली थाना क्षेत्र में 25 फरवरी की रात को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक लाख रुपये के इनामी बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू को मुठभेड़ में मार गिराया। जितेंद्र हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी था और उसका आपराधिक इतिहास लंबा था। जितेंद्र के खिलाफ हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट से जुड़े संगीन अपराध शामिल हैं।
इलाज के दौरान हुई मौत
जानकारी के मुताबिक, मामले में जानकारी देते हुए एसटीएफ के अपर अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह बताया कि मुंडाली क्षेत्र में एसटीएफ की टीम के साथ मुठभेड़ के दौरान जितेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
एडीजी अमिताभ यश के अनुसार, जितेंद्र गाजियाबाद जिले के टीला मोड़ थाना क्षेत्र में 2023 में हुई हत्या के मामले में वांछित था, जिसके चलते उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इसके अलावा, जितेंद्र को साल 2016 में झज्जर में हुए दोहरे हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
2023 में पैरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़कर अपराध करने लगा। इसी दौरान उसने गाजियाबाद में सुपारी लेकर हत्या को अंजाम दिया था। जितेंद्र के खिलाफ हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट से जुड़े संगीन अपराध शामिल हैं।
प्रमुख मामले इस प्रकार हैं:
1. झज्जर मेंदोहरे हत्याकांड
2. बहादुरगढ़ में डकैती और हथियार कानून के तहत मामले
3. दिल्ली के विकासपुरी और कंझावला में लूटपाट के मामले
4. गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र में हत्या
जेल में बना था लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य
सूत्रों के अनुसार, जितेंद्र जेल में रहने के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के संपर्क में आया और पैरोल पर छूटने के बाद गिरोह के लिए काम करने लगा। उसके अपराधों का नेटवर्क हरियाणा से लेकर उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक फैला हुआ था। जितेंद्र के मारे जाने से गिरोह की गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ने की संभावना है।