आज देशभर में महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है। ये पर्व भगवान शिव और शक्ति के मिलन का प्रतीक है। इस अवसर पर वाराणसी में लाखों श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर अपनी आस्था प्रकट करते हैं। वाराणसी में महाशिवरात्रि पर खास भव्यता देखने को मिलती है, जहां पूरी नगरी शिवमय हो जाती है। इसी के चलते वहां पुलिस प्रशासन को कड़े इंतजाम करके रखने पड़ते हैं। इसी क्रम में आज सुबह से ही बड़े पुलिस अफसर भी फील्ड पर उतर कर हालातों का जायजा ले रहे हैं।
अफसर उतरे फील्ड पर
जानकारी के मुताबिक, महाशिवरात्रि के पहले ही मंगलवार को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कमिश्नरेट के पुलिस अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए थे, जिसके तहत पूरे शहर में सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को व्यवस्थित किया गया है। इसी क्रम में पुलिस आयुक्त स्वयं काशी विश्वनाथ धाम का भ्रमण कर ड्यूटी में तैनात अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
उन्होंने पहले ही श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रूट डायवर्जन, वन-वे ट्रैफिक और नो-व्हीकल जोन लागू किया है। बाहर से आने वाले भक्तों की गाड़ियों के लिए निर्धारित पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जिससे शहर में यातायात बाधित न हो।
सुरक्षा के भी हैं कड़े इंतजाम
काशी विश्वनाथ धाम और आसपास के इलाकों में 1789 अतिरिक्त पुलिसकर्मी, तीन कंपनी एसएसबी, छह कंपनी पीएसी और एटीएस कमांडो की दो टीमें तैनात की गई हैं। साथ ही, अखाड़ों के जुलूस और दर्शन को सुव्यवस्थित करने के लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था भी गई है।
भीड़ प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया जा रहा है। ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है, जिससे संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई संभव हो सके। इसके अलावा, शहर के विभिन्न विद्यालयों को होल्डिंग एरिया के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि अधिक भीड़ होने पर श्रद्धालु वहां विश्राम कर सकें।