मुजफ्फरनगर थाने में रिपोर्ट लिखवाने पहुंची दो बहनों ने कहासुनी होने पर दो महिला सिपाहियों काे पीट-पीटकर बुरा हाल कर दिया। कुछ देर के लिए थाना कुश्ती का अखाड़ा बन गया। थाना प्रभारी ने दोनों युवतियों को ऐसा करने से रोका तो उन्हें भी विरोध का सामना करना पड़ा। आरोपियों ने महिला सिपाहियों की वर्दी भी फाड़ दी। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामला जिले के थाना तितावी का है।
मोबाइल फोन खोने की शिकायत करते हुए
यूपी पुलिस में तैनात महिला सिपाही ऋचा चौधरी निवासी गाजियाबाद ने छह अप्रैल को अपने ही थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया। ऋचा का कहना है कि वह अपनी ड्यूटी के तहत थाना तितावी में महिला हेल्प लाइन डेस्क कार्यालय पर मौजूद थी। करीब डेढ़ बजे दो लड़कियां कोमल और तनु निवासी ग्राम नसीरपुर वहां पहुंची। ऋचा के अनुसार मोबाइल फोन खोने की शिकायत करते हुए एफआईआर लिखाने के लिए कहा। दोनों बहनों से लिखित तहरीर मांगी। आरोप है कि इस पर दोनों बहनों ने तहरीर लिखने से इनकार करते हुए हंगामा कर दिया।
पुलिसकर्मी की वर्दी भी फाड़ दी
उन्होंने बताया कि दोनों युवतियों बोली, तहरीर लिखने के लिए ही थाने पर पुलिस बैठी है। चुपचाप उनकी एफआईआर लिखो और उसकी रसीद दे दो। आरोप है कि दोनों लड़कियों से लिखित तहरीर मांगी तो वे आवेश में आ गई और हमला बोल दिया। इसके बाद महिला पुलिसकर्मी की वर्दी भी फाड़ दी। यह देखकर थानाध्यक्ष जोगेन्द्र सिंह भी बाहर आए और लड़कियों को रोकने का प्रयास किया। इस पर दोनों बहनों ने उनके साथ भी अभद्रता शुरू कर दी। इस घटना के बाद महिला सिपाही ऋचा चौधरी और नीतू की शिकायत के आधार पर थाने में आरोपी बहनों कोमल और तनु के खिलाफ आईपीसी की धारा 186, 352, 353, 323, 504 और 506 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दोनों को मौके से ही गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया।