पिछले महीने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की पत्नी की जो फॉर्च्यूनर चोरी हो गई थी, वह बनारस से बरामद कर ली गई है. यह फॉर्च्यूनर 19 मार्च को दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके से चोरी हुई थी. ड्राइवर की शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज की थी और इसके बाद पुलिस ने कार की खोज के लिए बड़ा अभियान चलाया था.पुलिस के मुताबिक, बड़कल के रहने वाले शाहिद और शिवांग त्रिपाठी को इस एसयूवी की चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. आरोपी क्रेटा कार में सवार होकर कार चोरी करने आए थे. बडकल ले जाकर इन्होंने फॉर्च्यूनर की नंबर प्लेट बदली फिर ये अलीगढ़,लखीमपुर खीरी,बरेली ,सीतापुर ,लखनऊ होते हुए बनारस पहुंचे. आरोपी कार को नागालैंड भेजने की फिराक में थे और इसे डिमांड के बाद चुराया गया था.
15 दिन, 3 राज्य… तीन बार बिक्री
सीसीटीवी खंगालने के बाद पुलिस को एक लीड मिली। चोर गाड़ी को गुरुग्राम की तरफ लेकर भागे थे. साउथ ईस्ट दिल्ली के एएटीएस (एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड) की एक स्पेशल टीम ने केस अपने हाथ में लिया और चोरों के पीछे लग गई. कुछ और सीसीटीवी फुटेज मिलीं और एएटीएस की टीम फरीदाबाद के बुडकल पहुंची. खोजबीन के बाद पता चला कि इस चोरी को शाहिद और शिवांश त्रिपाठी नाम के दो चोरों ने अंजाम दिया है। ये दोनों गाड़ी चुराने वाले एक गैंग का हिस्सा हैं. सुराग मिला तो पुलिस ने दोनों को पकड़ने का जाल बिछाया. तीन दिन बाद ही 22 मार्च को पुलिस ने शिवांश त्रिपाठी को पटियाला हाउस कोर्ट के पास से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ हुई तो शिवांश ने बताया कि उसने शाहिद, फारूक और शाहकुल के साथ मिलकर ये गाड़ी चुराई थी. फॉर्च्यूनर को चुराने के लिए चोर वहां क्रेटा गाड़ी से पहुंचे थे. ये क्रेटा भी कुछ दिन पहले ही गौतमबुद्ध नगर से चुराई गई थी. चोरी के बाद फॉर्च्यूनर को फरीदाबाद में फारूक के फार्म हाउस में शिफ्ट कर दिया गया। फिर ये गाड़ी लखीमपुर खीरी के सलीम नाम के शख्स को बेच दी गई. सलीम यूपी के अलग-अलग शहरों- मुरादाबाद, सीतापुर, हाथरस और मैनपुरी में चोरी की लग्जरी कारों को बेचने का धंधा करता है. अब पुलिस की टीम लखीमपुर खीरी पहुंची. सलीम पकड़ा गया, लेकिन फॉर्च्यूनर उसके पास नहीं थी. दरअसल, सलीम ने खरीदने के तुरंत बाद इस गाड़ी को सीतापुर के रहने वाले मोहम्मद रईस उर्फ पप्पू को बेच दिया। अब पुलिस की टीमें तुरंत सीतापुर के लिए रवाना हुईं. यहां मोहम्मद रईस भी पकड़ा गया, लेकिन फॉर्च्यूनर के लिए पुलिस की तलाश अभी भी खत्म नहीं हुई. रईस ने ये फॉर्च्यूनर अमरोहा के रहने वाले फुरकान को बेच दी. इसके बाद पुलिस ने अमरोहा में रेड कर फुरकान को दबोच लिया. लेकिन, फॉर्च्यूनर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर थी। रईस ने पूछताछ में बताया कि उसने गाड़ी को वाराणसी के बेनिया बाग पार्किंग में खड़ा किया है. पुलिस की टीम वाराणसी पहुंची और आखिरकार 4 मार्च को दिल्ली से चोरी हुई फॉर्च्यूनर वाराणसी में मिल गई. मामले में शिवांश, शाहिद, सलीम, मोहम्मद रईस और फुरकान को गिरफ्तार कर लिया गया है.
वाहन चोरी की घटनाओं पर आधारित
राजधानी दिल्ली में वाहन चोरी की घटना लगातार बढ़ती ही जा रही है. इस पर एक मीडिया रिपोर्ट भी सामने आया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (Delhi-NCR) में हर 14 मिनट में एक वाहन चोरी की घटना होती है. ऐसा ही ACKO ने वाहन चोरी की घटनाओं पर आधारित ‘थेफ्ट एंड द सिटी 2024’ का अपना दूसरा संस्करण कुछ दिन पहले जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि 2022 और 2023 के बीच भारत में वाहन चोरी की घटनाओं में 2.5 गुना बढ़ोतरी हुई है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कसा तंज
उधर वाराणसी से जेपी नड्डा की कार मिलने के बाद रिएक्शन भी आने लगे हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर अपने आधिकारिक एक्स पर पोस्ट करते हुए तंज कसा है. अखिलेश ने पोस्ट के जरिये लिखा ‘लगता है टोयोटा की कार क्योटो देखने आई थी या फिर यूपी की भाजपा सरकार की अपराध के ख़िलाफ़ ‘ज़ीरो हो चुकी ज़ीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी चोरों-अपराधियों को ज़्यादा माफ़िक़ आती है और उप्र का भाजपा सरकार का शासन-प्रशासन उन्हें अपना घर-आंगन सा लगता है.