पुलिस कमिश्नरेट को और मजबूत बनाने के लिए उठाए जाएंगे कदम, DGP ने दी जानकारी

उत्तर प्रदेश के सात प्रमुख शहरों में लागू पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली को और प्रभावी बनाया जाएगा।…

Kanpur में रोका जाएगा 1550 पुलिसकर्मियों का वेतन, हैरान करने वाली वजह आई सामने

  कानपुर कमिश्नरेट में तैनात 1,550 पुलिसकर्मियों का अगले महीने का वेतन अब रोक जा सकता…

UP का इस जिले में जबरन रिटायर किए गए दारोगा सिपाही, वजह जानकर होगी हैरानी

कानपुर में पुलिस विभाग ने अपने भ्रष्ट और लापरवाह कर्मियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया…

कानपुर IIT और पुलिस कमिश्नरेट ने साइन किया MOU, पुलिस की वैन को बनाया जाएगा आधुनिक

  यूपी पुलिस के अफसर विभाग को आधुनिक बनाने के लिए लगातार कुछ न कुछ कदम…

कानपुर: पदभार संभालते ही नए CP ने दोबारा शुरू की बीट पुलिस प्रणाली, 5000 पुलिसकर्मियों को मिली बड़ी जिम्मेदारी

यूपी में हाल ही में हुए तबादलों के बाद कानपुर की कमान आईपीएस अखिल कुमार को सौंपी गई है। अपनी नई जिम्मेदारी संभालते ही उन्होंने ये साफ कर दिया है कि जिले में बीट प्रणाली एक बार फिर से लागू की जाएगी। इसके अंतर्गत अब जिले में तैनात करीब 5000 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को रोजाना करीब अपनी-अपनी बीट पर 250 लोगों से मुलाकात कर मोबाइल नंबर भी देने होंगे। वहीं थानेदारों को इस दौरान इलाके से लोगों से बातचीत करनी पड़ेगी।

नए सीपी ने शुरू की पहल

जानकारी के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बुधवार को एक नयी पहल शुरू करते हुए जन सेवा जन भागीदारी बीट पुलिस अधिकारी को जिम्मेदारी दी है। इस पहल की शुरुआत में ही उन्होंने ये साफ कर दिया है कि शहर की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ व प्रभावी बनाने के लिए बीट पुलिस ऑफिसर को कार्य में लाया गया है।

उनका कहना है कि अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि ठेले वाले, पान की दुकान, गोलगप्पे बेचने वाले, रेहड़ी पटरी वालों में से कोई भी अपनी बीट पुलिस अधिकारी को नहीं जानता है। ऐसे में पुलिस और जनता के बीच समन्वय बैठाना काफी मुश्किल हो जाता है। इसी के चलते अब एक बार फिर से बीट पुलिस प्रणाली की शुरुआत की जा रही है।

बीट पुलिस अधिकारी की इस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य बीट पुलिस अधिकारी को राजस्व विभाग के लेखपाल की तरह आम जनता के बीच सम्पूर्ण रूप से कार्य में निपुण बनाना है और उसको उसी प्रकार का महत्वपूर्ण एवं विशिष्ट पहचान बनाकर फरियादियों की सुनवाई करनी होगी।

जिम्मेदारी से होगा काम

इसके साथ ही उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि बीट पुलिस अधिकारी अपनी बीट पर जिम्मेदारी से कार्य करेंगे। इसके साथ ही इसका फीडबैक भी देंगे, जिससे शहर की कानून व्यवस्था, अपराध, अतिक्रमण, ट्रैफिक आदि व्यवस्थाओ में सुधार होगा। इस काम में जिले भर के तकरीबन 5000 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबलों को लगाया जा रहा है।

Kanpur: गाड़ी रुकवाकर युवाओं से बात करने लगे नए पुलिस कमिश्नर, दुकानदारों से भी पूछा हाल

नए साल की शुरुआत में प्रदेश पुलिस में भारी तादाद में तबादले हुए। इस लिस्ट में आईपीएस अखिल कुमार को कानपुर जिले का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। बीती शाम उन्होंने अपना कार्यभार भी संभाल लिया। गुरुवार देर शाम पुलिस कमिश्नर का कार्यभार संभालने के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता में यातायात व्यवस्था को सुधारना, टेक्नोलॉजी के जरिये साइबर अपराध पर काबू पाना, आम जनता को न्याय दिलाना है। इसके बाद जब वो आज अपने दफ्तर जा रहे थे, तो उन्होंने रास्ते में गाड़ी रोककर लोगों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने वहां स्थित खोखे वालों से भी बात की।

दिए दिशा-निर्देश

जानकारी के मुताबिक, पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने चार्ज लेने के अगले दिन ही शुक्रवार को पुलिस कार्यालय परिसर का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यालय के विभिन्न शाखाओं में साफ-सफाई के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिये। इस दौरान उनके साथ संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था आनन्द प्रकाश तिवारी, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय शिवाजी, अपर पुलिस उपायुक्त मुख्यालय प्रथम विजेन्द्र द्विवेदी व अपर पुलिस उपायुक्त स्टॉफ ऑफिसर अशोक कुमार सिंह समेत कई पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

लोगों से की बात

आज बतौर पुलिस कमिश्नर आईपीएस अखिल कुमार का कानपुर में दूसरा दिन था। ऐसे में जब पुलिस आयुक्त अखिल कुमार पुलिस कार्यालय से यातयात पुलिस लाइन जा रहे थे, तो रास्ते में वीआईपी रोड पर अपने वाहन को रुकवाकर स्थानीय दुकानदारों व आने-जाने वाले लोगों से वार्ता कर शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने वहां स्थित दुकानदारों से बातचीत करके उनका हाल भी जाना। सीपी ने वहां मौजूद युवाओं से भी बात की।

अपनी प्रेस में बता चुके हैं प्राथमिकता

अपनी प्रेस वार्ता में वो ये पहले ही साफ कर चुके हैं कि शासन की मंशा के अनुसार महिला उत्पीड़न पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। शिकायत कक्ष को मजबूत किया जाएगा। पीड़ित से तब तक बात की जाएगी, जब तक उसकी समस्या का समाधान नहीं कर दिया जाएगा। कुल मिलाकर न्याय दिलाया जाएगा। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस उपायुक्त मुख्यालय प्रथम विजेन्द्र द्विवेदी व अपर पुलिस उपायुक्त स्टॉफ ऑफिसर अशोक कुमार सिंह समेत कई पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

लोगों से की बात

आज बतौर पुलिस कमिश्नर आईपीएस अखिल कुमार का कानपुर में दूसरा दिन था। ऐसे में जब पुलिस आयुक्त अखिल कुमार पुलिस कार्यालय से यातयात पुलिस लाइन जा रहे थे, तो रास्ते में वीआईपी रोड पर अपने वाहन को रुकवाकर स्थानीय दुकानदारों व आने-जाने वाले लोगों से वार्ता कर शहर की रक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने वहां स्थित दुकानदारों से बातचीत करके उनका हाल भी जाना। सीपी ने वहां मौजूद युवाओं से भी बात की।

अपनी प्रेस में बता चुके हैं प्राथमिकता

अपनी प्रेस वार्ता में वो ये पहले ही साफ कर चुके हैं कि शासन की मंशा के अनुसार महिला उत्पीड़न पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। शिकायत कक्ष को मजबूत किया जाएगा। पीड़ित से तब तक बात की जाएगी, जब तक उसकी समस्या का समाधान नहीं कर दिया जाएगा। कुल मिलाकर न्याय दिलाया जाएगा। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा।

देर रात IPS अखिल कुमार ने संभाली कानपुर पुलिस कमिश्नर की कमान

कानपुर के नवागंतुक पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने गुरुवार रात को चार्ज ग्रहण कर लिया है। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस कमिश्नर की कमान संभालने वाले आईपीएस अखिल कुमार कानपुर के पांचवें पुलिस कमिश्नर है। चार्ज लेने के बाद आईपीएस अखिल कुमार ने सर्किट हाउस में मीडिया से रूबरू भी हुए।

अपराध और अपराधियों पर प्रभावी प्रहार के लिए मशहूर शहर के नए पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार की प्राथमिकता गरीब और असहाय लोगों को न्याय दिलाना है। उनका कहना है कि पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए थानों पर फरियादी महिलाओं के प्रति पुलिस के व्यवहार को सुधारने पर प्रमुखता से काम किया जाएगा। बेहतर कानून व्यवस्था में व्यवधान बन रहे अराजक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा।उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में बढ़ रहे तकनीक आधारित अपराधों पर प्रभावी लगाम लगाने के लिए आइआइटी से समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना तैयार की जाएगी। पुलिस साइबर अपराधों से निपटने के लिए शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक संस्थाओं के साथ से तकनीकी सहयोग लेकर इस पर प्रभावी कार्रवाई करेगी। आईपीएस अखिल कुमार ने अपराधों के नए तरीकों के बारे में कहा कि पुलिस टीम के साथ पुराने कार्यों की समीक्षा कर अपराधों पर अंकुश लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर की कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए काम किया जाएगा।बेहतर कानून व्यवस्था में व्यवधान बन रहे अराजक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। शहर की यातायात व्यवस्था और इससे जुड़ी समस्याओं के समाधान पर बोले, ट्रैफिक एक मल्टी डाइमेंशनल मुद्दा है, जिसमें नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआइ, शिक्षा व अन्य विभागों का भी योगदान रहता है।सभी विभागों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर यातायात संबंधी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2001 इंटेलिजेंस के कार्यभार मे वह कानपुर में रह चुके हैं कानपुर का ट्रैफिक तब भी प्रभावित था इसलिए यातायात को सुगम बनाने, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और ट्रैफिक की अन्य समस्याओं से निपटने के लिए काबिल अफसर को डीसीपी ट्रैफिक का चार्ज दिया जाएगा इसके साथ ही सभी डीसीपी को अपने जोन में पुलिसिया व्यवस्थाएं बेहतर रखनी होगी  ताकि सभी पीड़ितो की सुनवाई समय पर हो सके उन्होंने कहा कि कानपुर में कोई भी अपराध करेगा तो कोई भी अपराधी व माफिया से किसी प्रकार से बख्शा नहीं जायेगा

अपनी जाति वाले सिपाहियों पर नहीं लेते एक्शन….आरोपों पर ADCP लखन सिंह का बयान

कानपुर पुलिस विभाग में इन दिनों एक लेटर की चर्चा है. सोशल मीडिया पर ये लेटर वायरल हो रहा है. जो हाइवे किनारे एक धर्म कांटा पर चस्पा किया गया था. लेटर किसी सिपाही द्वारा लिखा बताया जा रहा है. इसमें एडीसीपी (अपर पुलिस उपायुक्त) लखन सिंह यादव पर जातिवादी होने के आरोप लगाए हैं. हालांकि, एडीसीपी ने इसे महकमे को बदनाम करने की साजिश बताया है.

लेटर के जरिए एडीसीपी लखन सिंह यादव के ऊपर अपनी जाति के लोगों की तरफदारी करने का आरोप लगाया गया है. इसमें लिखा है कि एडीसीपी अपनी जाति के लोगों को सपोर्ट करते हैं. अगर उनकी जाति का सिपाही उनके पास किसी काम से जाता है तो वह उससे ढंग से मिलते हैं. बाकी लोगों से अभद्रता करते हैं.

कंप्लेंट मिलने पर अपनी जाति के सिपाहियों को वक्त देते हैं, जबकि दूसरी जाति के सिपाहियों पर तत्काल एक्शन ले लेते हैं. यही काम वसूली की शिकायत मिलने पर आरोपी सिपाहियों के साथ किया था. उन्होंने अपनी जाति के आरोपी सिपाही को छोड़ दिया था. जांच के नाम पर खानापूर्ति की गई.

एडीसीपी ने इस पूरे मामले में क्या कहा?

बता दें कि लखन सिंह यादव कानपुर ईस्ट के एडीसीपी हैं. साथ ही 112 कंट्रोल रूम के भी प्रभारी हैं. इस मामले पर उनका कहना है कि 112 कंट्रोल रूम का प्रभारी बनने के बाद हाइवे पर वसूली की शिकायत मिलने पर कई पुलिसकर्मियों पर एक्शन लिया है.

पिछले दिनों भी शिकायत मिलने पर कई पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है. यह उन्हीं में से किसी की शरारत लगती है. जहां पर लेटर चस्पा मिला है वहां पर कोई सीसीटीवी नहीं है. फिर भी इस मामले की हम जांच कर रहे हैं. पुलिस विभाग में अनुशासन होता है.  किसी को कोई शिकायत है तो सीनियर के पास जा सकता है.

बकौल लखन सिंह- इस तरह की भाषा लिखकर पुलिस विभाग को बदनाम करना, अधिकारियों को बदनाम करना, यह गलत है. मेरे ऊपर जो जातिवाद के आरोप अब लगाए गए हैं ऐसा अभी तक किसी ने कहा नहीं. कानपुर में मेरे ऊपर डिप्टी जॉइंट कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर भी हैं. अगर किसी को कोई शिकायत हो है उनसे मेरी शिकायत कर सकता है. फिलहाल, इस मामले की जांच कराई जा रही है. जिसका भी यह काम होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी.

बसपा नेता के हत्यारोपी को STF ने किया ढ़ेर, 1 लाख 25 हजार का घोषित था इनाम

बसपा नेता एवं हिस्ट्रीशीटर पिंटू सेंगर हत्याकांड में वांछित राशिद कालिया उर्फ घोड़ा उर्फ वीरू को यूपी एसटीएफ ने मऊरानीपुर झांसी में इनकाउंटर में मारा गिराया है. पुलिस ने राशिद कालिया पर सवा लाख का इनाम घोषित किया था. कालिया पर हत्या और अपहरण के कई मुकदमे चल रहे थे. हालांकि अपराधी द्वरा की गई फायरिंग में एसटीएफ के डेपुटी एसपी और इंस्पेक्टर को भी गोली लगी है, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण कोई जन हानि नहीं हुई है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह अपराधी मऊरानीपुर झांसी में किसी की हत्या की सुपारी लेकर हत्या करने के इरादे से आया था. इसके पास से एक फैक्ट्री मेड पिस्टल, दो मैगजीन, दो जिंदा कारतूस, एक तमंचा 315 बोर और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है.

शनिवार सुबह करीब 7.00 बजे थाना मऊरानीपुर, झांसी क्षेत्रान्तर्गत सितौरा रोड पर यूपी एसटीएफ के साथ अपराधी की मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में शातिर अपराधी राशिद कालिया पुत्र सलीम घायल हो गया. उसकी उम्र 45 साल थी. वह चिश्तीनगर, थाना चकेरी कानपुर नगर का निवासी था.

यूपी एसटीएफ ने अपराधी को मार गिराया

मुठभेड़ में घायल अवस्था में शातिर अपराधी को सीएचसी मऊरानीपुर ले जाया गया, लेकिन उसका हालत गंभीर होने के कारण उसे मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर कर दिया गया. वहां झांसी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा के दौरान राशिद कालिया की मौत हो गई.

बता दें कि शासिद कालिया पर आरोप है कि उनसे 20 जून 2020 को पिंटू सेंगर की चकेरी थाना क्षेत्र में गोली मार दी थी. उसमें उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने अब तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इसमें कक्कू नाम के आरोपी की जेल में हैं. चार शूटरों ने इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पल्सर एवं केटीएम बाइकों का इस्तेमाल किया था और इस पर सवार होकर आए थे.

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बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या का था आरोपी

गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया था कि पल्सर को अहसान कुरैशी ड्राइव कर रहा था, जबकि आरोपी पीछे राशिद कालिया गाड़ी के पीछे बैठा था. दूसरी ओर, केटीएम फैसल कुरैशी ड्राइव कर रहा था और सलमान बेग उसके पीछे बैठा था. उन चारों ने पिंटू सेंगर पर स्वचालित हथियारों से एक साथ गोलियां बरसाई थी, जिसमें उसकीमोत हो गई थ

इस हत्याकांड के बाद आरोपी राशिद कालिया के खिलाफ जनपद कानपुर नगर के चकेरी थाना पर मु0अ0सं0 425/2020 धारा147/148/149/307/302/34/120बी भादवि व 7 सीएलए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था और अभियुक्त पर 01 लाख का पुरस्कार घोषित किया गया था.

जनपद झांसी में अभियुक्त राशिद उपरोक्त के विरुद्ध थाना नवाबाद पर मु0अ0सं0 261/2009 धारा 364ए/302/201 भादवि व 12/14 यूपीडीए एक्ट के तहत दर्ज मुकदमें 25,000/- रु. का पुरस्कार घोषित की गई थी.

D.A.V कॉलेज के सामने ABVP और छात्रों का प्रदर्शन, ACP को जमीन पर गिराकर की अभद्रता

कानपुर में डीएवी कॉलेज के सामने एबीवीपी और छात्र प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हो गई। छात्रों ने पुलिस से जमकर अभद्रता की। इस बीच किसी ने एसीपी के साथ धक्का मुक्की की, जिस कारण वह बीच सड़क पर ही गिर गए।

इतना ही नहीं, एबीवीपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और छात्रों के हंगामे के बीच पुलिस बैकफुट पर दिखी। छात्रों ने पुलिस को वर्दी उतरवाने तक की धमकी दे डाली। छात्र मुख्य गेट का ताला तोड़कर प्रिंसिपल ऑफिस तक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इस बीच पुलिस में लाठियां भी भांजी, जिससे भगदड़ मच गई।