उत्तर प्रदेश के संभल जिले में होली और रमजान के दौरान शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इसी को ध्यान में रखते हुए पीस कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न समुदायों के लोगों से आपसी सम्मान और भाईचारे के साथ त्योहार मनाने की अपील की गई। बैठक के दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनुज चौधरी के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया।
मीटिंग में अफसरों ने की अपील
जानकारी के मुताबिक, संभल में त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बुधवार शाम डीआईजी मुनिराज जी, डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने शहर का दौरा कर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की। अधिकारियों ने चन्दौसी चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड, अस्पताल चौराहा, छंगामल कोठी और दीपा सराय समेत संवेदनशील इलाकों में तैनात पुलिस बल को ब्रीफ किया।
प्रशासन का मुख्य उद्देश्य त्योहारों को शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराना है। अधिकारियों ने दोनों समुदायों से सहयोग की अपील की है, ताकि कोई अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो। इसके अलावा, पुलिस और पीएसी के जवानों को लगातार गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
वायरल हो रहा बयान
इसी के बाद पीस कमेटी की बैठक में सीओ अनुज चौधरी ने कहा कि होली साल में सिर्फ एक बार आती है, जबकि जुमा हर हफ्ते होता है। उन्होंने जो लोग रंगों को लेकर आपत्ति रखते हैं, वे घर के अंदर रहें। अगर निकले तो इतना बड़ा दिल हो सब एक जैसे हैं रंग तो रंग है। जैसे मुस्लिम पक्ष ईद का इंतजार करता है वैसे ही हिंदू पक्ष भी होली का इंतजार करता है। उनका कहना था कि हर धर्म का सम्मान जरूरी है, और त्योहारों को आपसी समन्वय और सौहार्द के साथ मनाना चाहिए। हालांकि, उनके इस बयान पर कुछ लोगों ने असहमति जताई, जिससे यह बयान चर्चा का विषय बन गया।