उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पुलिस प्रशासन ने एक अनोखी पहल की है। बीते वर्ष 24 नवंबर को संभल जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में उपद्रवियों द्वारा किए गए पथराव में इस्तेमाल ईंटों को अब पुलिस चौकियों के निर्माण में लगाया जा रहा है। यह चौकियां दीपा सराय और हिंदूपुरा खेड़ा इलाकों में बनाई जा रही हैं, जहां हिंसा के दौरान सबसे अधिक उपद्रव हुआ था।
हिंसा के दौरान एकत्रित किए गए पत्थर
जानकारी के मुताबिक, 24 नवंबर 2024 को मस्जिद सर्वे को लेकर इलाके में हिंसा भड़क उठी थी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव, फायरिंग और आगजनी कर दी थी। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक मजिस्ट्रेट और 29 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
पुलिस ने बलपूर्वक हालात को काबू में किया और हिंसा में इस्तेमाल ईंटों और पत्थरों को जब्त कर लिया था। अब इन्हीं ईंटों का उपयोग पुलिस चौकियों और आउटपोस्ट के निर्माण में किया जा रहा है, जिससे यह संदेश दिया जा सके कि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।
लगातार बनाए जा रहे चेक पोस्ट
पुलिस प्रशासन ने हिंसा प्रभावित और संवेदनशील इलाकों में 38 पुलिस चौकियां और आउटपोस्ट बनाने का फैसला लिया है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। हिंदूपुरा खेड़ा और दीपा सराय में पुलिस चौकियों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और जल्द ही एक सत्यवृत पुलिस चौकी का निर्माण पूरा होने वाला है।
इस पहल से प्रशासन न केवल कानून-व्यवस्था को मजबूत कर रहा है, बल्कि यह भी संदेश दे रहा है कि हिंसा और उपद्रव से कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता, बल्कि कानून के दायरे में रहकर ही समाज में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।