उत्तर प्रदेश मुरादाबाद जिले में पुलिस प्रशासन के सहयोग से एक नया बदलाव देखा जा रहा है। दरअसल, जिले में आदर्श कॉलोनी है, जो कि नशे की गलियों के नाम से प्रसिद्ध थी, लेकिन अब वहां के बच्चे खेल मैदान की ओर बढ़ रहे हैं। यहां ते नवयुवक वर्दी पहनने की चाह में पुलिस भर्ती में भी शामिल हुए हैं। ऐसा एसएसपी और समाज सुधारक संस्थान की वजह से होना संभव हो पाया है। आइए आपको भी बतातें हैं कि इस कॉलोनी में क्या बदलाव देखने को मिला है।
पुलिस ने अपनाई दोहरी नीति
जानकारी के मुताबिक, मुरादाबाद जिले में आदर्श कॉलोनी नाम की जगह है, हबूड़ा और भांति समाज के लोग रहते हैं। कुछ समय पहले तक इस कॉलोनी में शराब का कारोबार होता था लेकिन मुरादाबाद पुलिस ने यहां इस कारोबार को बंद करने के लिए दोहरी नीति अपनाई।
शक्ति बल इस्तेमाल करने के साथ-साथ पुलिस ने यहां प्यार का भी इस्तेमाल किया। यही वजह है जहां बच्चे नशे की गलियों में गुम गए थे लेकिन अब इन्हीं बच्चों में अपराध की गलियों से निकलकर खेल के मैदान में जगह बनाना शुरू कर दिया है। आंकड़ों की बात करें तो 51 बच्चों में जाकर स्टेडियम में विभिन्न खेलों में पंजीकरण कराया है। मुरादाबाद पुलिस की पहल से इन सभी बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है जिससे यह खेल मैदान पर अपना दमखम दिखाएं।
एसएसपी सतपाल अंकित ने जानकारी देते हुए बताया कि आदर्श कॉलोनी में अवैध शराब का धंधा बंद करने के लिए पुलिस ने योजना बनाकर काम किया है। जिसके लिए हर घर की लिस्ट तैयार की। पुलिस के पास अभी भी डाटा है कि कि घर में कितने लोग रहते हैं। कई जगह पर तो प्यार से समझा कर शराब का धंधा बंद कराया गया जब भी कई जगह बल का इस्तेमाल करना पड़ा।
दिख रही रोशनी की किरण
पुलिस प्रशासन और समाज के लोगों के प्रयासों का ही नतीजा है कि अब आदर्श कॉलोनी में बदलाव की रोशनी दिखाई दे रही है। यहां के बच्चे नशे की गलियों में जाने की बजाय रोजगार कार्यालय की तरफ बढ़ रहे हैं। इस कॉलोनी के 20 युवकों ने भर्ती दौड़ में सफलता हासिल की है। यह सभी आगे जाकर यूपी पुलिस के सिपाही बनेंगे और समाज को बदलाव क्यों लेकर जाएंगे।