प्रदेश के मेरठ में दरोगा को गोली मारने वाले गैंगस्टर का अब पुलिस ने खात्मा कर दिया है. विनय वर्मा जरायम की दुनिया का बड़ा नाम बनता जा रहा था. अब दरोगा मुनेश को गोली मारने के बाद पुलिस के इकबाल को चुनौती दे रहा था. पिछले दिनों इलाके की एक कार चोरी होने के बाद दरोगा मुनेश गाड़ी में लगे जीपीएस की लोकेशन पर आरोपियों को पकड़ने गए थे, लेकिन आरोपी विनय वर्मा ने दरोगा मुन्नेश पर सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल से फायरिंग कर दी. इस फायरिंग से दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए. तभी से विनय वर्मा और उसके साथी पुलिस की पकड़ से दूर थे, लेकिन 3 फरवरी की रात पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में विनय वर्मा का एनकाउंटर कर दिया गया.
जरायम की दुनिया में कदम रख
पुलिस एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विनय वर्मा 3 भाइयों में दूसरे नंबर का भाई था. 7 साल पहले तक आम आदमी की तरह था, लेकिन मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र में चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद जरायम की दुनिया में कदम रख दिया और विनय वर्मा पर पहला मुकदमा दर्ज किया गया. इसी मुकदमे में विनय पर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी. इसके बाद विनय ने कई बार कानून हाथ में लिया और बड़ा बदमाश बन गया. विनय ने मेडिकल थाना क्षेत्र में चोरी करने के बाद साल 2018 में मेरठ के एक व्यापारी के बेटे का अपहरण कर 50 लाख की फिरौती भी मांगी थी. मेरठ के सरधना फ्लाईओवर के पास से व्यापारी के बेटे को विनय ने अपने साथियों के साथ मिलकर अगवा किया था. विनय इतना शातिर था कि पुलिस को चकमा देने से भी पीछे नहीं हटता था.
विनय वर्मा पुलिस की हिट लिस्ट में
इस मामले में विनय ने दो गाड़ियां बदली थी लेकिन व्यापारी का बेटा किसी तरह गाड़ी की डिग्गी खोलकर कूद गया था. इस मामले में भी पुलिस विनय, राहुल और विपुल को घेराबंदी करने के बाद मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था. विनय जेल से चोरी छिपे अपराध कर रहा था. विनय पर लूट, चोरी और अपहरण के ही 6 मुकदमे दर्ज थे. मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में भी विनय ने चोरी का प्रयास किया था, लेकिन दरोगा को गोली मारने के बाद से विनय वर्मा पुलिस की हिट लिस्ट में आ गया था. पिछले काफी दिनों से पुलिस की टीम विनय वर्मा और उसके साथियों की तलाश में जुटी थी. सूचना के बाद पुलिस 3 फरवरी को गिरफ्तार किया था.
गोली सिपाही के हाथ में जाकर लगी
पुलिस हथियार को बरामद करवाने के लिए आरोपियों के बताए अनुसार जंगल में विनय और उसके साथी को लेकर गाए थे. इसी बीच खेतों में छिपी पिस्टल को निकालकर विनय ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. गोली सिपाही के हाथ में जाकर लगी. इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की और विनय ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि विनय बड़ा बदमाश बनना चाहता था. उसके लिए लगातार प्लानिंग करता रहता था. अपने से और लोगों को जोड़ने का भी काम करता रहता था.