उत्तर प्रदेश में लम्बे समय से वेटिंग में चल रही आईपीएस अफसरों के तबादलों की सूची लगभग तैयार हो गई है। छठ के बाद सूची आने के आसार हैं। सीएम के लगातार दौरों के चलते सूची को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। सीएम का समय मिलते ही सूची को अंतिम रूप देकर जारी कर दिया जाएगा।
क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के पद पर तैनात
1990 बैच की आईपीएस अफसर तिलोत्तमा वर्मा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटेंगी। उनकी वापसी से जुड़ी औपचारिकताएं हो गई हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक पुलिस मुख्यालय में जॉइनिंग नहीं की है। वह अभी तक एडीजी वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के पद पर तैनात थीं। तिलोत्तमा को नवंबर 2025 में रिटायरमेंट है। उनके प्रतिनियुक्त से लौटने के बाद एडीजी राजीव कृष्ण का डीजी के पद पर प्रमोशन एक महीने के लिए बढ़ जाएगा। फरवरी में मुकुल गोयल के रिटायरमेंट के बाद वह डीजी के पद पर प्रमोट हो जाएंगे। अगर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से उनका कोई और सीनियर नहीं लौटता है।
एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर की कुर्सी पर भी मंथन
स्पेशल डीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार दिसंबर में डीजी के पद पर प्रमोट हो जाएंगे। चर्चा है कि प्रमोशन के बाद उनकी भूमिका बदल सकती है। इंटेलिजेंस में डीजी का पद डॉ. डीएस चौहान के रिटायरमेंट के बाद से खाली चल रहा है। इस पद पर सरकार के सबसे भरोसेमंद अफसर की ही तैनाती की जाती है। माना जा रहा है की लगभग सवा तीन साल से एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर की जिम्मेदारी को बखूबी संभाल रहे प्रशांत कुमार के डीजी बनने के बाद डीजी इंटेलिजेंस हो सकते हैं। उनकी जगह नए एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर की भी तलाश जारी है अब तक के सूत्रों की मानें तो इस कुर्सी के गोरखपुर,कानपूर और मेरठ के एडीजी दौड़ में शामिल हैं। लोकसभा चुनाव से पहले एडीजी गोरखपुर जोन और एडीजी मेरठ जोन समेत कई अधिकारीयों की तैनाती में भी फेरबदल तय है।