पंजाब सरकार ने एक अहम प्रशासनिक बदलाव करते हुए विजिलेंस ब्यूरो के चीफ आईपीएस वरिंदर कुमार को पद से हटा दिया है। उन्हें तत्काल प्रभाव से डीजीपी को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है। उनकी जगह 1995 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जी. नागेश्वर राव को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। यह फैसला मुख्यमंत्री भगवंत मान के सीधे आदेश पर लिया गया है, क्योंकि विजिलेंस विभाग का कार्यभार खुद मुख्यमंत्री के पास है।
आदेश में कहा गया ये
सरकारी आदेश में कहा गया है, ”जी नागेरश्वर राव (आरआर: 1995) अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, चंडीगढ़ को अब विजिलेंस ब्यूरो का चीफ डायरेक्टर नियुक्त किया जाता है जो कि स्पेशल डीजीपी वरिंदर कुमार (आरआर: 1993) स्थान लेंगे। इसके साथ ही वरिेंदर कुमार को चीफ निदेशक के पद से मुक्त किया जाता है।’
हाल ही में अफसरों को दिए गए आदेश
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब दो दिन पहले ही पंजाब सरकार ने एक सख्त आदेश जारी कर सभी विभागों के प्रमुखों, डिप्टी कमिश्नरों (DC) और सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) को निर्देश दिया था कि राज्य में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विजिलेंस चीफ का हटाया जाना इसी व्यापक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
बीते साल विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए थे, जिसमें कई बड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे। ऐसे में अब जी. नागेश्वर राव के कार्यभार संभालने के बाद उम्मीद की जा रही है कि विजिलेंस ब्यूरो भ्रष्टाचार के खिलाफ और अधिक प्रभावी तरीके से कार्रवाई करेगा, जिससे राज्य में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा मिलेगा।