उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग को हाल ही में अपना नया मुखिया मिल गया है। दरअसल, 31 जनवरी के दिन पुलिस विभाग की जिम्मेदारी आईपीएस प्रशांत कुमार को दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने 1 फरवरी को पुलिस मुख्यालय जाकर प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता मे उन्होंने साफ शब्दों में ये कहा है कि, पुलिस विभाग अपराध और अपराधियों के खिलाफ लगातार कदम उठाएगा। इसके साथ ही उन्होंने आगे आने वाली चुनौतियों के बारे में भी इस प्रेस वार्ता में जिक्र किया।
बतौर डीजीपी की पहली प्रेस वार्ता
बतौर कार्यवाहक डीजीपी अपनी पहली प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार बड़े पैमाने पर तकनीक खासकर आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस का सहारा लेगी। साइबर क्राइम से निपटना अब हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए अब हर जिले में एक साइबर थाना है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनी दैनिक पुलिसिंग में शामिल कर रहे हैं। इसके लिए 10 लाख 50 हजार से ज्यादा खुफिया कैमरे लगवाए गए हैं।।
आगे उन्होंने बताया कि, एनसीआरबी के 2023 के डेटा के मुताबिक यूपी 19 राज्यों में अपराध दर यूपी से ज्यादा है। महिला संबंधी अपराधों में सज़ा दिलाने की यूपी की दर राष्ट्रीय दर से 180 फीसदी अधिक है। साथ ही पुलिस में विभिन्न पदों पर पारदर्शी और निष्पक्ष भर्तियां चल रही हैं। पिछले कई वर्षों में पहली बार किसी भर्ती प्रक्रिया पर कोई प्रश्नचिन्ह नहीं लगा है।
इसके साथ ही राम मंदिर उद्घाटन समारोह में पुलिस ने अन्य विभागों के साथ समन्वय में बेहतरीन काम किया है। अयोध्या में मंदिर उद्घाटन के दौरान किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं होने वाई है। इसके साथ ही अब 2025 महाकुंभ की तैयारी जोर शोर से पुलिस कर रही है।
जनता के साथ मिलकर काम करेगी पुलिस
आगामी समय में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में जनता के साथ मिलकर पुलिस बेहतर से बेहतर सुरक्षा का माहौल देगी। इसके लिए पुलिसकर्मी जनता से फीडबैक लेते रहेंगे। किसी भी धार्मिक स्थल को लेकर जो भी कोर्ट का आदेश होगा उसका अनुपालन कराया जाएगा। व्यास जी मंदिर में पूजा समेत अन्य मुद्दों पर हमारी नजर बनी रहेगी, ताकि कहीं किसी तरह की कोई गड़बड़ी ना होने पाए।