उत्तर प्रदेश पुलिस का “ऑपरेशन लंगड़ा” लगातार असर दिखा रहा है। इसी कड़ी में लखनऊ और देवरिया में दो अलग-अलग मुठभेड़ों के दौरान शातिर बदमाशों को पकड़ने में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। दोनों ही मामलों में भागते समय पुलिस फायरिंग में अपराधियों के पैरों में गोली लगी, जिससे वे मौके पर ही गिरकर घायल हो गए और उन्हें दबोच लिया गया।
लखनऊ की मुठभेड़
पहली घटना लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र की है, जहां करन वर्मा नामक एक कुख्यात अपराधी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। करन ने एक पुलिसकर्मी के घर में चोरी की थी और फिर फरार हो गया था। जब पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की तो उसने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की और गोली उसके पैर में जा लगी। घायल करन को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से सिपाही की चुराई गई सर्विस पिस्टल, नकदी, तमंचा और कारतूस बरामद हुए। उस पर पहले से दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं।
देवरिया में हुई मुठभेड़
दूसरी कार्रवाई देवरिया जिले के परासिया मल्ल गांव में हुई, जहां सदर कोतवाली पुलिस ने एक फरार इनामी कैदी को मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। यह आरोपी कुछ दिन पहले अदालत परिसर से भाग गया था और उस पर ₹25,000 का इनाम घोषित था। मुठभेड़ के दौरान उसने पुलिस पर हमला किया लेकिन जवाबी कार्रवाई में गोली उसके पैर में लगी और वह गिर पड़ा। पुलिस ने उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया।