अहमदाबाद में हालिया विमान हादसे ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया, लेकिन इस भयावह त्रासदी के बीच पुलिस की त्वरित और संवेदनशील कार्यशैली चर्चा का विषय बन गई है। हादसे के चंद मिनटों बाद ही पुलिस कमिश्नर जी.एस. मलिक के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस और राहत दल घटनास्थल पर पहुंच गए। घायलों की मदद, भीड़ को नियंत्रित करना और राहत एजेंसियों को समन्वय देना—इन सभी मोर्चों पर पुलिस ने बेहद पेशेवर और मानवीय रुख दिखाया। अब पुलिसकर्मी शोकाकुल परिवारो का भी काफी ध्यान रख रहे हैं।
शोकाकुल परिजनों न ध्यान रख रहे पुलिसकर्मी
सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि पुलिस ने सूचना तंत्र को तत्काल सक्रिय करते हुए एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर (07925620359) जारी किया, जिससे देश और विदेश में बसे परिजन अपने परिजनों की स्थिति के बारे में जानकारी ले सकें। इस नंबर के ज़रिए अब तक सैकड़ों परिवारों को सही सूचना और सहयोग मिला है।
हादसे के बाद, जब शवों की पहचान एक गंभीर चुनौती बन गई, तब पुलिस ने डीएनए पहचान प्रक्रिया के लिए परिजनों को अहमदाबाद सिविल अस्पताल तक लाने, उन्हें चिकित्सकीय और मानसिक सहयोग उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाई।
अस्पताल परिसर में एक विशेष सहायता केंद्र की स्थापना कर पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि शोकाकुल परिजन असुविधा या अनजान स्थिति का शिकार न हों। यहां पुलिसकर्मी शोकाकुल परिजनों का काफी ध्यान रख रहे हैं।
पुलिस कमिश्नर रख रहे ध्यान
पुलिस कमिश्नर मलिक स्वयं लगातार राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और प्रत्येक घटनाक्रम की जानकारी सीधे राज्य और केंद्र स्तर के अधिकारियों को दे रहे हैं। स्थानीय नागरिकों और मीडिया से संयम बरतने की अपील करते हुए उन्होंने अफवाहों से बचने और केवल आधिकारिक सूत्रों पर भरोसा रखने की सलाह दी है।