उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार को छह माह का सेवा विस्तार दिए जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने केंद्र को इस विषय में एक पत्र भेजा है, हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि अब तक नहीं की गई है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में से एक होने के कारण, उन्हें सेवा विस्तार मिलने की संभावना प्रबल है।
पहले भी मिला है अफसरों को विस्तार
जानकारी के मुताबिक, प्रशांत कुमार, जो लगभग 16 महीनों से कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं, 31 मई को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। लेकिन योगी सरकार उन्हें उनके पद पर बनाए रखना चाहती है। इससे पहले भी ऐसे उदाहरण सामने आ चुके हैं।
पूर्व मुख्य सचिव डी.एस. मिश्रा को सेवा विस्तार मिल चुका है, जबकि डीजी फायर सर्विस रहे अविनाश चंद्र का ऐसा ही अनुरोध खारिज कर दिया गया था। महाकुंभ की तैयारियों में अहम भूमिका निभाने के बावजूद अविनाश चंद्र को विस्तार नहीं मिला था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अंतिम निर्णय केंद्र सरकार के हाथ में है।
ये अफसर भी होंगे रिटायर
प्रशांत कुमार के अलावा 31 मई को डीजी जेल पी.वी. रामाशास्त्री और डीजी टेलीकॉम संजय एम. तरडे भी सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इसके साथ ही आईजी भारती सिंह, डीआईजी किरन यादव, डॉ. अरविंद चतुर्वेदी और तेज स्वरूप सिंह भी सेवा से विदा लेंगे।
देखने वाली बात है ये
प्रशांत कुमार की कार्यशैली और सख्त प्रशासनिक रवैया उन्हें पुलिस महकमे में एक प्रभावशाली अधिकारी बनाता है। अब यह देखना होगा कि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को स्वीकृति देती है या नहीं। यदि सेवा विस्तार मिलता है, तो यह योगी सरकार की मंशा और