उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसकी वजह से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। दरअसल, हाल ही में एक प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी द्वारा चूहों की बलि देने की घटना सामने आई है, जिस पर उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार ने संज्ञान लिया है। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एसएसपी को निर्देश दिए हैं।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, यह घटना उत्तर प्रदेश पुलिस अकादमी से जुड़ी बताई जा रही है, जहां ट्रेनी आईपीएस अफसर रोहन झा की तैनाती है। आईपीएस पर आरोप है कि उन्होंने 26 जनवरी से 3 दिन पहले परेड ग्राउंड में पहले तो गाड़ी चलाई फिर अपने कपड़े उतारकर मिट्टी में लेट गए।
इतना ही नहीं इसके बाद आईपीएस रोहन झा ने अपने आवास पर सिपाही को बुलाया और दरवाजा बंद कर 2 चूहों की गर्दन काट दी। इतना ही नहीं चूहों की गर्दन कर हवन करने की बात कही। इस दौरान आईपीएस रोहन झा ने सिपाही से कहा कि चूहों का हवन करने के बाद ये जिंदा हो जाएंगे। फिर दोनों चूहों को खोजेंगे। आईपीएस रोहन झा की इन हरकतों को सुनने के बाद सिपाही भाग खड़ा हुआ। सिपाही द्वारा भागने की कोशिश करने पर आईपीएस ने उसे चांटा तक जड़ दिया।
डीजीपी ने दिए जांच के आदेश
इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए वायरल हुई, जिसके बाद यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा। डीजीपी प्रशांत कुमार ने तुरंत बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य को पूरे मामले की जांच सौंपी है। मामला सुर्खियों में आने के बाद शनिवार सुबह शासन से रिपोर्ट तलब कर ली गई। आनन-फानन में प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गई।
भेजे गए छुट्टी पर
आपको बता दें कि 27 जनवरी तक इस तरह की हरकतें सामने आने के बाद उच्चाधिकारियो ने एक अधिकारी को उनकी निगरानी में लगाया। इस बीच एसएसपी सतपाल अंतिल ने ट्रेनी आईपीएस का स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देकर 10 दिन की छुट्टी पर होने की बात ही दोहराई है।