आज का दिन महाकुंभ में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए काफी खास रहा है। दरअसल, आज पांचवा अमृत स्नान था, जिस वजह से संगम स्नान के लिए करोंड़ों लोग प्रयागराज पहुंचे हैं। ऐसे में प्रदेश के डीजीपी ने आज एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या के दिन हमसे एक गलती हुई थी। आइए आपको बताते हैं कि ये मामला क्या है और डीजीपी ने इस पर क्या कहा ?
मौनी अमावस्या पर हुआ था ये
जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज के कुंभ में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मची थी। इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा, कई लोग घायल हुए थे। इस मामले में न सिर्फ सरकार बल्कि प्रशासन पर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं। हालांकि महाकुंभ मेले में भगदड़ जैसी घटना के बाद ही पूरे दिन श्रद्धालुओं का हुजूम गंगा और संगम तट पर आता रहा।
डीजीपी ने कहा ये
इस मामले के बाद आज पांचवे अमृत स्नान के दिन डीजीपी ने कहा, ‘महाकुंभ 2025 का ये पांचवां स्नान है। महाशिवरात्रि का स्नान होना बाकी है। मौनी अमावस्या के दिन एक गलती हुई थी, उससे सीख लेते हुए हम इस पर काम कर रहे हैं कि और बेहतर प्रबंधन कैसे हो। हमने एक प्रबंधन तकनीक अपनाई, जिसका नतीजा है कि महाकुंभ में अब तक 46 से 47 करोड़ लोग आ चुके हैं।’
आज भी 10 बजे तक 1 करोड़ 3 लाख लोगों ने स्नान किया है। प्रयागराज के अलावा हमारा ध्यान चित्रकूट, काशी विश्वनाथ मंदिर, विंध्याचल मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पर है। हमने लखनऊ में वॉर रूम बनाया है। हमारे 2500 से ज्यादा कैमरे ऐक्टिव हैं। हम उन सभी से लाइव फीड ले रहे हैं। रेलवे मुख्य स्नान वाले दिन 400 से ज्यादा ट्रेनें चला रहा है और करीब 350 ट्रेनें रोजाना चलाई जा रही हैं।’