संभल जिले के चंदौसी में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब मौलागढ़ शिव मंदिर रोड स्थित एक घर में शादी समारोह के दौरान भीषण आग लग गई। आग की चपेट में आए मकान में बड़ी संख्या में ज्वलनशील पदार्थों के ड्रम रखे थे, जिनमें विस्फोट होते ही लपटें आसमान छूने लगीं। लेकिन इस संकट की घड़ी में जो सबसे बड़ा सहारा बना, वो थे सीओ अनुज चौधरी।
मौके पर पहुंचे सीओ
जैसे ही आग लगने की सूचना मिली, सीओ अनुज चौधरी बिना देर किए पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालात बेहद खतरनाक थे। धधकते ड्रम, धुएं से भरा घर और अंदर फंसे मासूम लोग।
मगर सीओ ने खतरे की परवाह किए बगैर राहत कार्य शुरू कराया। उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर जलते मकान से 10 लोगों को सकुशल बाहर निकाला और पड़ोसी घरों से 15 अन्य लोगों को भी सुरक्षित निकाला।
इस दौरान आग बुझाते समय एक ड्रम में अचानक धमाका हुआ, जिसकी चपेट में सीओ और उनकी टीम बाल-बाल बची। बावजूद इसके उन्होंने पीछे हटने के बजाय राहत अभियान जारी रखा।
हिम्मत से बची जिंदगियां
उनकी सूझबूझ, हिम्मत और नेतृत्व ने उस दिन कई जिंदगियों को नई जिंदगी दी। सीओ अनुज चौधरी की इस तत्परता और साहसिक कार्यवाही की पूरे जिले में सराहना हो रही है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि यूपी पुलिस न सिर्फ कानून व्यवस्था की रखवाली करती है, बल्कि विपत्ति की घड़ी में लोगों की जिंदगी बचाने के लिए भी हमेशा तैयार रहती है।