अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर मतदान के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) ने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। वोटिंग शुरू होते ही सपा ने अधिकारियों पर पक्षपात के आरोपों की झड़ी लगा दी। इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या के एसएसपी राज करण नय्यर की तस्वीर साझा करते हुए उन पर मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाया। अखिलेश का दावा है कि एसएसपी स्वयं वोटरों के आईडी कार्ड चेक कर रहे हैं। इस मामले में एसएसपी ने सफाई देते हुए इन आरोपों को गलत बताया।
क्या बोले अखिलेश यादव?
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा, “चुनाव आयोग तुरंत इस समाचार से जुड़ी तस्वीरों का संज्ञान ले कि अयोध्या की पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है, जिसमें बड़े पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। यह मतदाताओं में भय उत्पन्न कर मतदान को प्रभावित करने का लोकतांत्रिक अपराध है। ऐसे अधिकारियों को तत्काल हटाकर उन पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।”
एसएसपी राज करण नय्यर ने दी सफाई
आरोपों पर जवाब देते हुए एसएसपी राज करण नय्यर ने कहा, “मैं स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि किसी भी मतदान केंद्र पर पुलिस मतदाताओं के आईडी कार्ड की जांच नहीं कर रही है। एक तस्वीर मेरे संज्ञान में आई है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि वोटर का आईडी कार्ड चेक किया जा रहा है, लेकिन यह पूरी तरह गलत है। दरअसल, जिसकी आईडी चेक की गई, वह किसी प्रत्याशी का बूथ एजेंट था, न कि कोई आम मतदाता।”
कौन हैं IPS राज करण नय्यर?
आईपीएस राज करण नय्यर 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे मूल रूप से हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले हैं। साल 1987 में जन्मे नय्यर ने बायोटेक्नोलॉजी में बीई और नैनोटेक्नोलॉजी में एमटेक की डिग्री हासिल की है। सितंबर 2020 में जौनपुर के एसपी बनने के बाद राजकरण नय्यर के काम करने के तरीके ने सबका ध्यान खींचा था। दिसंबर 2020 की किसी रात को सिकरारा थाने में बाइक चोरी का मुकदमा दर्ज कराने पहुंचे थे।