आगरा में एक बार फिर सोशल मीडिया का दुरुपयोग सामने आया है, जहां एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक फर्जी अकाउंट के ज़रिए पुलिस विभाग से जुड़ी भ्रामक जानकारी पोस्ट की गई। यह फर्जी पोस्ट न सिर्फ आगरा कमिश्नरेट की छवि पर सवाल उठाने वाली थी, बल्कि उसमें कुछ अधिकारियों के नामों को लेकर पक्षपातपूर्ण टिप्पणियां भी की गईं।
किया गया ये दावा
फर्जी ID से की गई इस पोस्ट में यह दावा किया गया कि कमिश्नरेट में चहेते इंस्पेक्टरों को मनचाहे थाने दिए जा रहे हैं। साथ ही कई आंतरिक प्रक्रियाओं पर भी सवाल उठाए गए। यह पोस्ट कुछ ही देर में आगरा पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बन गई।
जिस नाम से यह आईडी बनाई गई थी, वह रवि दुबे नामक व्यक्ति का था, जो विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े हैं। जब उन्हें इस फर्जीवाड़े की जानकारी व्हाट्सएप और अन्य माध्यमों से 6 जून को हुई, तो उन्होंने तुरंत पुलिस आयुक्त से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम थाना सक्रिय हुआ और तत्काल आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
डीसीपी ने दी जानकारी
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि जिस एक्स अकाउंट से पोस्ट की गई, वह पूरी तरह से फर्जी था और रवि दुबे के नाम का दुरुपयोग किया गया। फिलहाल उस अकाउंट से जुड़े तकनीकी विवरण जुटाए जा रहे हैं और जांच जारी है कि आखिर इसके पीछे कौन व्यक्ति या समूह सक्रिय है।
पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि किसी भी भ्रामक पोस्ट पर भरोसा करने से पहले उसकी पुष्टि करें और किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत साइबर पुलिस को दें।