कानपुर में चर्चित बिकरु कांड के बाद घायल हुए पुलिसकर्मियों को लेकर एक नई और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जिन पुलिसकर्मियों ने गैंगस्टर विकास दुबे के गिरोह से लोहा लिया और खुद गंभीर रूप से घायल हुए, अब वही अपने इलाज के बाद एक नई परेशानी से जूझ रहे हैं।
पुलिसकर्मियों ने लगाया आरोप
जानकारी के मुताबिक, कानपुर के बिकरु गांव में पांच साल पहले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों ने जिस तरह पुलिसकर्मियों की हत्या की थी, उससे पूरे देश में तहलका मच गया था। इस कांड में 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए तो वहीं कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे, जिनको प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। खुद मुख्यमंत्री घायल पुलिसकर्मियों को देखने पहुंचे थे।
पीड़ित पुलिसकर्मियों का आरोप है कि इलाज के नाम पर जो सहायता दी गई थी, अब उसे ‘जीवन रक्षक निधि’ बताकर उनसे वापस मांगा जा रहा है। कुछ के अनुसार, उन्हें यह जानकारी नहीं दी गई थी कि यह कोई अस्थायी या वापस करने वाली राशि है। यदि पहले बताया गया होता, तो वे खुद अपने इलाज का खर्च उठाते।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने दिखाया भरोसा
ऐसे में कुछ घायल पुलिसकर्मी अपनी पीड़ा लेकर कानपुर के जॉइंट पुलिस कमिश्नर विनोद कुमार सिंह से मिलने पहुंचे। उन्होंने बताया कि किस तरह इलाज के बाद उनसे अब रुपये वापस करने का दबाव डाला जा रहा है।
जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने उनकी बात गंभीरता से सुनी और भरोसा दिलाया कि उनकी शिकायत को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।