उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि कानून से बड़ा कोई नहीं। नोएडा एसटीएफ और बागपत पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार करोड़ की ट्रक लूट और कई हत्याओं में वांछित एक लाख के इनामी बदमाश संदीप को रविवार रात मवीकलां गांव के पास हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया। इस ऑपरेशन में एसटीएफ के हेड कांस्टेबल सुनील को भी गोली लगी, लेकिन पूरी टीम ने अदम्य साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए अपराधी को ढेर कर दिया।
कई राज्यों में था आतंक
हरियाणा के रोहतक जिले का रहने वाला संदीप न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि हरियाणा और महाराष्ट्र पुलिस की भी लिस्ट में शामिल था। संदीप पर कानपुर के पनकी क्षेत्र में चार करोड़ रुपये की निकिल प्लेट लूट का मामला दर्ज था, और इसी केस में उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस के अनुसार वह अब तक चार से अधिक ट्रक चालकों की हत्या कर चुका था और 16 से ज्यादा संगीन मुकदमे उसके खिलाफ दर्ज थे।
एसपी सूरज कुमार राय ने जानकारी दी कि रविवार रात सूचना मिलने पर STF और स्थानीय पुलिस ने तत्काल घेराबंदी की। मवीकलां गांव के पास जब पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने बाइक से भागते हुए पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इसी दौरान एसटीएफ का जवान सुनील गोली लगने से घायल हो गया, लेकिन टीम ने पीछे हटने के बजाय मुकाबला किया और जवाबी फायरिंग में संदीप को ढेर कर दिया।
पुलिस की तत्परता से टली बड़ी वारदात
पुलिस को संदेह था कि संदीप और उसका गिरोह बागपत में किसी बड़ी लूट या हत्या की फिराक में था। लेकिन एसटीएफ और बागपत पुलिस की समय पर कार्रवाई से यह मंसूबा नाकाम हो गया। इस ऑपरेशन से यह स्पष्ट संदेश जाता है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों की अब खैर नहीं। पुलिस की सक्रियता और एसटीएफ की सटीक प्लानिंग ने एक बार फिर प्रदेश को एक खतरनाक अपराधी से मुक्त किया है।