उत्तर प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को आधुनिक, संवेदनशील और जवाबदेह बनाने की दिशा में कार्यवाहक डीजीपी राजीव कृष्ण ने एक बेहद ठोस और दूरदर्शी पहल की है। पदभार ग्रहण करते ही 1991 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अफसर ने पुलिस मुख्यालय से लेकर फील्ड यूनिट तक के अधिकारियों को स्पष्ट संकेत दे दिया है—अब बदलाव ज़मीनी स्तर पर दिखना चाहिए, न कि सिर्फ कागज़ों पर।
राजीव कृष्ण, जो इससे पहले डीजी विजिलेंस और भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं, प्रशासनिक अनुशासन और कार्यकुशलता के लिए जाने जाते हैं। उनकी नई भूमिका में उन्होंने प्रदेश पुलिस के सामने 11 मुख्य प्राथमिकताएं रखी हैं, जिन पर एक महीने के भीतर हर अधिकारी को रोडमैप के साथ प्रेजेंटेशन देना है। बेहतरीन प्रस्तुतियों को फील्ड पर अमल में लाया जाएगा।”
देखें लिस्ट…..
1. अपराध नियंत्रण एवं ज़ीरो टॉलरेंस नीति
एडीजी क्राइम – एस.के. भगत
एडीजी, वाराणसी जोन – पियूष मोर्डिया
2. महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण
एडीजी, महिला एवं बाल सुरक्षा – पद्मजा चौहान
एडीजी, आगरा जोन – अनुपम कुलश्रेष्ठ
3. साइबर क्राइम से मुकाबला
एडीजी, साइबर क्राइम – बिनोद कुमार सिंह
पुलिस कमिश्नर, नोएडा – लक्ष्मी सिंह
4. कानून व्यवस्था एवं बंदोबस्त प्रबंधन
एडीजी, लॉ एंड ऑर्डर – अमिताभ ठाकुर
एडीजी, कानपुर जोन – आलोक सिंह
5. जन शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण
एडीजी – रमित शर्मा
6. बेहतर पुलिस सेवाएं
एडीजी, टेक्निकल सर्विसेज – नवीन अरोड़ा
एडीजी, मेरठ जोन – भानु भास्कर
7. पुलिस कल्याण
आईजी, भवन एवं कल्याण – आर.के. भारद्वाज
पुलिस कमिश्नर, आगरा – दीपक कुमार
8. विशेषज्ञता और प्रतिभा का उपयोग
आईजी, स्थापना – नचिकेता झा
पुलिस कमिश्नर, लखनऊ – अमरेंद्र कुमार सेंगर
9. टेक्नोलॉजी व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का समावेश
एडीजी, टेक्निकल सर्विसेज – नवीन अरोड़ा
पुलिस कमिश्नर, कानपुर – अखिल कुमार
10. पुलिस प्रशिक्षण व्यवस्था
एडीजी, ट्रेनिंग अकादमी (मुरादाबाद) – राजीव सभरवाल
एडीजी, प्रयागराज जोन – संजीव गुप्ता
11. ट्रैफिक मैनेजमेंट
एडीजी, ट्रैफिक – सत्यनारायण
पुलिस कमिश्नर, वाराणसी – मोहित अग्रवाल