उत्तर प्रदेश पुलिस में प्रशासनिक बदलावों के तहत वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एस.बी. शिरडकर को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें लखनऊ ज़ोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) पद से स्थानांतरित कर अब पुलिस महानिदेशक, पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड, उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया है। यह नियुक्ति पुलिस महकमे की रीढ़ माने जाने वाली भर्ती और प्रोन्नति प्रणाली को और अधिक पारदर्शी, व्यवस्थित और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
गिने जाते हैं भरोसेमंद अफसर में
1993 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी एस.बी. शिरडकर उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठतम और भरोसेमंद अधिकारियों में गिने जाते हैं। लखनऊ ज़ोन की कमान संभालते हुए उन्होंने न केवल कानून व्यवस्था को सशक्त किया, बल्कि कई संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भी अपनी प्रशासनिक दक्षता का परिचय दिया। इससे पहले वह लखनऊ के पुलिस आयुक्त के पद पर भी कार्य कर चुके हैं और खुफिया विभाग में भी सेवाएं दे चुके हैं।
पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड, उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी एक अत्यंत महत्वपूर्ण दायित्व है, जहां से राज्य की कानून व्यवस्था का भविष्य तय होता है। इस बोर्ड के माध्यम से न केवल नए पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाती है, बल्कि विभागीय पदोन्नति और सेवा सुधारों से जुड़ी नीतियां भी यहीं तय होती हैं।
एस.बी. शिरडकर जैसे अनुभवी और सख्त मिजाज अधिकारी की तैनाती से इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता, निष्पक्षता और समयबद्धता की अपेक्षा की जा रही है।
नई पीढ़ी के लिए है अच्छा कदम
उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला साफ संकेत देता है कि वह पुलिसिंग को सिर्फ फोर्स का मसला नहीं, बल्कि प्रशासनिक कुशलता और नेतृत्व का विषय मानती है। एस.बी. शिरडकर की नियुक्ति इसी सोच का प्रतिबिंब है, जिससे न केवल विभाग को दिशा मिलेगी, बल्कि भविष्य की पीढ़ी के पुलिसकर्मी एक बेहतर और मजबूत व्यवस्था में तैयार हो सकेंगे।