महाकुंभ 2025 के आयोजन के मद्देनज़र, उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लगभग 50,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की योजना बनाई है। हालांकि, कुछ पुलिसकर्मी इस ड्यूटी से बचने के लिए लिस्ट में से अपना नाम कटवाने में लगे हैं। यही वजह है कि पहले चरण के तहत अभी तक करीब 4 हजार पुलिसकर्मियों की महाकुंभ में आमद नहीं हो सकी है।
अभी तक 4 हजार पुलिसकर्मी पहुंचे हैं कुंभ
जानकारी के मुताबिक, महाकुंभ को सकुशल संपन्न कराने के लिए योगी सरकार ने यूपी पुलिस के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। इसी वजह से प्रदेश भर से पुलिसकर्मियों को कुंभ में व्यवस्था संभालने के लिए भेजा जा रहा है। पर, अभी तक सिर्फ 4 हजार पुलिसकर्मी ही प्रयागराज पहुंचे हैं। ऐसी खबर आ रही है कि पुलिसकर्मी वहां जाने से बच रहे हैं।
ड्यूटी कटवाने का लगा रहे जुगाड़
खबरों की मानें तो वैसे तो महाकुंभ में तमाम पुलिसकर्मी स्वेच्छा से ड्यूटी करने भी जाते हैं, वहीं कुछ पुलिसकर्मी तमाम बहाने बनाकर अपनी ड्यूटी कटवाने का जुगाड़ लगाते रहते हैं। आदेश के बावजूद नहीं जाने वाले पुलिसकर्मियों को बाद में मामूली दंड अथवा माफी मिल जाती है। ऐसा पुलिसकर्मी इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि प्रयागराज में उन्हें लंबे समय के लिए ड्यूटी पर भेजा जा रहा है। वहां व्यवस्थाओं की काफी समस्या है।
बोनस मिलने के बाद भी नहीं हो रहे तैयार
खासबात ये है कि कुंभ में लंबे वक्त तक ड्यूटी करने वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अधिकतम एक लाख रुपये तक बोनस भी मिलता है। पिछली बार भी करीब एक दर्जन पुलिसकर्मियों को बाेनस दिया गया था, बावजूद इसके पुलिसकर्मी कुंभ में ड्यूटी करने से बच रहे हैं। फिलहाल अफसरों द्वारा पुलिसकर्मियों के तबादले करने का सिलसिला जारी है।