उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। हाल ही में जारी हुए फाइनल परिणाम के बाद चयनित अभ्यर्थियों का 22 अप्रैल से मेडिकल जांच और चरित्र सत्यापन की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके उपरांत, 17 जून को अभ्यर्थियों को उनके अलॉटेड जिलों में नियुक्ति दी जाएगी।
दी गईं जानकारियां
जानकारी के मुताबिक, मेरठ जोन में भर्ती प्रक्रिया की ट्रेनिंग व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं। जोन के एडीजी डी.के. ठाकुर ने बताया कि सभी संबंधित जिलों के पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। 21 जुलाई से मेरठ जोन के अंतर्गत कुल 5450 अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग शुरू होगी, जो कि नौ महीने तक चलेगी।
ट्रेनिंग व्यवस्था को लेकर ज़िलेवार विवरण की बात करें तो मेरठ में 800, बुलंदशहर में 600, मुजफ्फरनगर में 450, सहारनपुर में 500, बागपत में 300, शामली में 200 और हापुड़ में 200 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में 1600 महिला अभ्यर्थियों, छठी वाहिनी पीएसी मेरठ में 500 पुरुष, और 44वीं वाहिनी पीएसी में भी 500 पुरुष अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग की योजना तैयार है।
एडीजी ने जानकारी
एडीजी ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया कि मेरठ जोन के सभी प्रशिक्षण केंद्रों पर बुनियादी सुविधाएं, प्रशिक्षकों की व्यवस्था और शारीरिक अभ्यास सहित पाठ्यक्रम को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। प्रशिक्षण कार्यक्रम को अनुशासित और व्यावहारिक बनाने की दिशा में हर आवश्यक कदम उठाया जा रहा है ताकि नए सिपाही बेहतर पुलिसिंग का उदाहरण बन सकें।