“आपका एक सही फैसला किसी की ज़िंदगी बचा सकता है”— इसी सोच के साथ बरेली जोन की पुलिस ने ‘परवाह’ नाम से डिजिटल सुरक्षा अभियान शुरू किया है। ये सिर्फ एक पहल नहीं, बल्कि सड़क पर हर मुसाफिर की सुरक्षा का संकल्प है। ‘CARE (परवाह)’ नामक डिजिटल अभियान की शुरुआत के साथ अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरूकता तेजी से बढ़ाई जा रही है।
इन आंकड़ों के बाद शुरू हुआ अभियान
जानकारी के मुताबिक, जनवरी 2024 से मार्च 2025 के बीच बरेली जोन में 3895 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1965 लोगों की जान गई और 3088 घायल हुए। हादसों के पीछे सबसे बड़ा कारण ओवरस्पीडिंग, लापरवाह ड्राइविंग और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी रहा। इस रिपोर्ट के बाद सभी ज़िलों को सड़क सुरक्षा की दिशा में सख्त निर्देश दिए गए हैं।
बरेली में 1416 हादसों में 608 लोगों की मौत, बदायूं में 774 हादसों में 503 मौतें, शाहजहांपुर में 1125 दुर्घटनाएं और 579 मौतें, वहीं पीलीभीत में 580 घटनाओं में 275 मौतें दर्ज की गईं।
एडीजी का एआई पीआरओ दे रहा संदेश
इस अभियान की खास बात यह है कि एडीजी का AI पीआरओ ‘जार्विस’ अब डिजिटल स्क्रीन से निकलकर असल ज़िंदगी में 3D प्रोजेक्शन के ज़रिये संदेश दे रहा है।
वो न केवल ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक कर रहा है बल्कि फेक न्यूज़ और डिजिटल अफवाहों से सतर्क रहने की भी सलाह देता है।
https://x.com/adgzonebareilly/status/1909847326660735153 h.
इसके अलावा पुलिस अब स्कूल-कॉलेजों में कार्यशालाएं चला रही है, जबकि हाईवे पर ई-रिक्शा, ओवरलोडिंग, और नशे में ड्राइविंग पर कड़ी कार्रवाई हो रही है। यह अभियान तकनीक और पुलिसिंग के मेल से समाज में एक नई जागरूकता की शुरुआत है।