उत्तर प्रदेश में हाल ही में चयनित सिपाहियों की ट्रेनिंग शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 15 जून को नियुक्ति पत्र सौंपे थे, और इसके कुछ दिन बाद ही प्रदेशभर में नवचयनित रिक्रूटों की प्रशिक्षण प्रक्रिया चालू हो गई। देवरिया पुलिस लाइन में भी 17 जून से ज्वाइंट ट्रेनिंग सेंटर पर प्रशिक्षुओं की सुबहें अब वर्दी की जिम्मेदारी से शुरू हो रही हैं।
पहले ही हफ्ते में टूटी हिम्मत
इसी प्रशिक्षण केंद्र में पहुंचे एक नवचयनित रिक्रूट ने सोमवार को सबको चौंका दिया, जब वह अपने पिता के साथ सीधे एसपी कार्यालय पहुंचा—हाथ में इस्तीफा देने का इरादा लिए। रिक्रूट गाजीपुर जिले का है और देवरिया में प्रशिक्षण के शुरुआती सप्ताह में ही वह टूटता नजर आया। पुलिस अधीक्षक से मिलने की जिद लेकर आए युवक को सबसे पहले पीआरओ डॉ. महेंद्र कुमार ने सुना। जब उसने इस्तीफा देने का कारण बताया तो अधिकारी भी कुछ देर स्तब्ध रह गए।
युवक ने बताया कि सुबह चार बजे उठने की अनिवार्यता उसके लिए मानसिक और शारीरिक तौर पर बेहद कठिन है। पिता ने भी बेटे की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि वह बीएड और टीईटी पास है, और पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहा है। उसका सपना अधिकारी बनने का है, लेकिन ट्रेनिंग की सख्ती से वह घबरा गया है।
हालांकि, पीआरओ ने उसे धैर्य रखने और प्रशिक्षण पूरी करने की सलाह दी। भरोसा दिलाया कि हर शुरुआत कठिन होती है, लेकिन कुछ ही दिन में सब सामान्य हो जाएगा। समझाने-बुझाने के बाद पिता-पुत्र बिना एसपी से मिले ही वापस लौट गए।
सीओ ने कहा ये
सीओ लाइन दीपक शुक्ल ने मामले की जानकारी से अनभिज्ञता जताई, लेकिन माना कि शुरू में ऐसी चुनौतियाँ आती हैं। ट्रेनिंग का यही हिस्सा उन्हें मानसिक रूप से मज़बूत बनाता है।