बिहार के इन दो सीनियर IAS-IPS अफसरों के कंधों पर UP में लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी

Share This

 

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Chunav) का बिगुल बज चुका है। इस बार 7 चरणों में लोकसभा चुनाव सम्पन्न कराया जाना है। यूपी में पहले चरण के मतदान में 19 अप्रैल को 8 सीटों पर वोटिंग होनी है। उसके लिए नामांकन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है। लोकसभा सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश बेहद महत्वपूर्ण है। यूपी में 80 लोकसभा सीट आती हैं। इनमें 15.34 करोड़ वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसे देखते हुए चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराना एक बड़ी जिम्मेदारी है। लेकिन यह एक संयोग ही है कि यूपी के जिन दो सर्वोच्‍च अधिकारियों पर यह जिम्‍मेदारी है वे बिहार राज्य से ताल्लुक रखते हैं। इतना ही नहीं, उनका सरनेम और बैच भी एक ही है। इनमें से एक हैं आईएएस दीपक कुमार और दूसरे हैं आईपीएस प्रशांत कुमार।

7 चरणों में होगा लोकसभा चुनाव

देश के सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव होना है। 19 अप्रैल को पहले चरण की 8 सीटों पर वोटिंग होंगी। 26 अप्रैल को दूसरे चरण की 8 सीट के लिए वोट पड़ेंगे। इसके अलावा तीसरे चरण में 10 सीट के लिए 7 मई को वोटिंग होगी। चौथे चरण में 13 सीट के लिए 13 मई और पांचवे चरण में 14 सीट के लिए 20 मई को वोटिंग होनी है। इसके साथ ही छठे चरण में 14 सीट के लिए 25 मई और सातवें चरण में 13 सीट के लिए 1 जून को वोटिंग होनी है। इस तरह यूपी में 7 चरणों में वोटिंग होनी है। इसे सकुशल सम्पन्न कराने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार और गृह सचिव दीपक कुमार के कंधों पर जिम्मेदारी है।

चुनाव आयोग के निर्देश पर

सबसे पहले हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के महानिदेशक प्रशांत कुमार की। प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी है। वह मौजूदा समय में यूपी पुलिस में कार्यवाहक डीजीपी के पद पर कार्यरत है। वहीं चुनाव आयोग के निर्देश पर यूपी में नए गृह सचिव की नियुक्ति हुई है। 1990 बैच के आईएएस अफसर दीपक कुमार को उत्तर प्रदेश का नया गृह सचिव का जिम्मा सौंपा गया है। उनके नाम पर चुनाव आयोग ने भी सहमति दी है। इन्हीं दोनों अधिकारियों पर यूपी में लोकसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी है। गृह सचिव के पास कानून व्यवस्था और पुलिस विभाग की जिम्मेदारी होती है, जबकि डीजीपी पुलिस विभाग का मुखिया होता है।

बिहार के हैं मूल निवासी कुमार

यूपी के कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी होने के साथ ही बिहार राज्य के मूल निवासी हैं। उनका जन्म सिवान जिले के हुसैनगंज प्रखंड के छाता पंचायत के हथौड़ी गांव में हुआ था। वह उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूसरे राज्य चले गए थे। प्रशांत कुमार तमिलनाडु कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी पत्नी डिम्पल वर्मा भी आईएएस अधिकारी थीं। पूर्व आईएएस डिम्पल वर्मा इस समय रेरा में सदस्य हैं। पत्नी के आधार पर ही प्रशांत कुमार ने तमिलनाडु कैडर से यूपी कैडर में ट्रांसफर करा लिया था। वह 1994 में यूपी कैडर में आ गए थे। एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रशांत कुमार ने रीयल लाइफ सिंघम के रूप में अपनी पहचान बना रखी है। प्रशांत कुमार को उनकी बहादुरी और उत्कृष्ट कार्य के लिए तीन बार पुलिस मेडल मिल चुका है। 2020 और 2021 में उन्हें वीरता पुरस्कार दिया गया था।

गृह सचिव दीपक कुमार पटना के रहने वाले

वहीं बिहार के पटना जिले के रहने वाले आईएएस अफसर दीपक कुमार 1990 बैच के अधिकारी हैं। उन्हें यूपी के नए अपर मुख्य सचिव गृह के पद पर नियुक्त किया गया है। दीपक कुमार को गृह विभाग की जिम्मेदारी देने के पीछे उनकी बेदाग छवि मानी जा रही है। दीपक कुमार अपर मुख्य सचिव वित्त और माध्यमिक शिक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। आईएएस दीपक कुमार का जन्म 1966 में पटना में हुआ था। उन्होंने इतिहास और अंतर्राष्ट्रीय विकास नीति सब्जेक्ट से एमए की पढ़ाई की है। 1991 में गोरखपुर कार्यकारी मजिस्ट्रेट के पद से अपने कार्यकाल की शुरुआत करने वाले दीपक कुमार ने आज यूपी के गृह सचिव तक रास्ता तय कर लिया है। कई जिलों में डीएम भी रह चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *