UP के SDG-L&O प्रशांत कुमार को नए साल से पहले मिला प्रमोशन का गिफ्ट, आदेश जारी..1 जनवरी को बनेंगे DG

नए साल से पहले आईपीएस प्रशांत कुमार को मिला गिफ्ट

तो क्या CM के महिला सुरक्षा वाले हुए फेल, महिला जज के बाद अब IPS ने ADG और IG पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, डीजीपी तक भी जा पहुंचा मामला

उत्तर प्रदेश की महिला जज की शारीरिक शोषण शिकायत और सीजेआई से इच्छामृत्यु मांगने का मामला अभी शांत नहीं हुआ है। दूसरी तरफ अब यूपी में तैनात महिला आईपीएस से साथ प्रताड़ना का मामला सामने आया है। प्रदेश की महिला IPS ने अपनी इकाई के एडीजी और आईजी के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना की गंभीर शिकायत की है। शिकायत के बाद से ही महिला अफसर निजी कारणों का हवाला देकर लंबी छुट्टी पर हैं। डीजीपी ने महिला डीजी को मामले की जांच सौंपी है। आरोपित अफसरों के खिलाफ जांच चल रही है।

महिला अफसर की शिकायत में उनके दो वरिष्ठ अफसरों पर गंभीर आरोप हैं। आरोप है कि दोनों अफसर लगातार उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। अफसरों द्वारा उनके कार्यक्षेत्र में बेवजह अड़चन पैदा की जा रही थी। जाति को लेकर भी टिप्पणियां की गईं। आरोप है कि महकमे की महिला हेड कॉन्स्टेबल के साथ हुई वारदात को लेकर दोनों अफसरों ने महिला अफसर के साथ काफी अभद्रता की, जबकि हेड कॉन्स्टेबल के साथ हुई वारदात महिला अफसर के कार्यक्षेत्र की नहीं थी।

डीजीपी ने बैठाई जांच

महिला आईपीएस का आरोप है कि दोनों अधिकारी विभागीय कार्यों में उन्हें बाईपास करके उनके जूनियर अफसरों से समन्वय कर रहे थे। प्रताड़ना बढ़ने के बाद महिला अफसर ने डीजीपी से मामले की शिकायत की। इसके बाद डीजीपी ने मामले की जांच डीजी स्तर की महिला अफसर को सौंप दी है।

मौका कहीं चूक ना जाए, यातायात पुलिस के 2287 रिक्त पदों पर होगी तैनाती

डीजीपी विजय कुमार ने हाल ही में सभी एडीजी जोन और पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर यातायात पुलिसकर्मियों के नामांकन,चयन,प्रशिक्षण,नियुक्ति और स्थानांतरण आदि के संबंध में जारी सभी आदेशों को अतिक्रमित करते हुए नए आदेश जारी किए हैं।

डीजीपी मुख्यालय यातायात पुलिस में रिक्त चल रहे मुख्य आरक्षी और आरक्षी के 2287 पदों को भरने की तैयारी में है। इसके लिए सभी एडीजी जोन और पुलिस कमिश्नर से नागरिक पुलिस के मुख्य आरक्षी और आरक्षी मांगे गये हैं। इनको प्रशिक्षण देने के बाद जिलों में तैनात किया जाएगा। इससे कमिश्नरेट और जिलों में होने वाली जाम की समस्या से खासी राहत मिल सकती है।

बता दें कि डीजीपी विजय कुमार ने हाल ही में सभी एडीजी जोन और पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर यातायात पुलिसकर्मियों के नामांकन, चयन, प्रशिक्षण, नियुक्ति और स्थानांतरण आदि के संबंध में जारी सभी आदेशों को अतिक्रमित करते हुए नए आदेश जारी किए हैं।

इन पदों को भरने के लिए 35 वर्ष से कम आयु

दरअसल, प्रदेश के समस्त कमिश्नरेट एवं जिलों में नागरिक पुलिस से यातायात पुलिस के लिए मुख्य आरक्षी के 1512 और आरक्षी के 4336 पद आवंटित हैं। यातायात निदेशालय द्वारा जिलों से प्राप्त सूचना के मुताबिक इनमें मुख्य आरक्षी के 100 पद और आरक्षी के 2187 पद रिक्त चल रहे हैं। इन पदों को भरने के लिए 35 वर्ष से कम आयु के आरक्षी और 55 वर्ष से कम उम्र के मुख्य आरक्षी मांगे गए हैं। इनका चयन ज्येष्ठता के आधार पर किया जाएगा। कर्मियों के चयन के दौरान उनके ओवरवेट नहीं होने का खास ध्यान रखने को कहा गया है।

सातों कमिश्नरेट में आरक्षियों की कमी

उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सातों कमिश्नरेट में आरक्षी के पद रिक्त चल रहे हैं, जबकि मुख्य आरक्षी स्वीकृत पदों से ज्यादा तैनात हैं। लखनऊ में 119 मुख्य आरक्षियों की जगह 162 तैनात हैं। जबकि 495 आरक्षी में से 171 पद रिक्त हैं। गौतमबुद्धनगर में 87 की जगह 227 मुख्य आरक्षी तैनात हैं, जबकि 179 आरक्षी के पद रिक्त हैं।

क्या कितने पद

कानपुर में भी 38 की जगह 227 मुख्य आरक्षी हैं, जबकि आरक्षी के 117 पद रिक्त हैं। वाराणसी में 78 की जगह 110 मुख्य आरक्षी हैं, जबकि आरक्षी के 104 पद रिक्त हैं। आगरा में 73 की जगह 168 मुख्य आरक्षी तैनात हैं, जबकि आरक्षी के 161 पद रिक्त हैं। प्रयागराज में 60 की जगह 94 मुख्य आरक्षी हैं, जबकि आरक्षी के 104 पद रिक्त हैं। गाजियाबाद में 78 के बजाय 260 मुख्य आरक्षी हैं, जबकि आरक्षी के 31 पद रिक्त

 

अयोध्या की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 1 लाख का पुरस्कार

मनकापुर से प्रयागराज जाने वाली सरयू एक्सप्रेस में 30 अगस्त की सुबह एक महिला मुख्य आरक्षी खून से लथपथ मिली थी। उसके चेहरे, माथे व गले पर धारदार हथियार से हमला किए जाने के निशान थे। साथ ही वह उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। जीआरपी ने उसे घायल अवस्था में श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया था, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया था। इस मामले में शुक्रवार यानी आज यूपी एसटीएफ और अयोध्या पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मुख्य आरोपी अनीस ढेर हो गया। जबकि उसके दो साथी एनकाउंटर में घायल हो गए हैं। स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि अयोध्या की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपए पुरस्कार मिलेगा। उन्होंने बताया कि थाना पूराकलंदर के छतरिवा पारा कैल मार्ग पर मुठभेड़ में सरयू एक्सप्रेस में महिला मुख्य आरक्षी पर हमले के मामले में पुलिस ने एक अपराधी अनीस को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। एसटीएफ और अयोध्या पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर में अपराधी नसीम ढेर हुआ है। उसके दो अन्य साथी भी घायल हुए हैं। मुठभेड़ में एसओ पुराकलंदर रतन शर्मा व दो अन्य सिपाही के भी घायल हुआ है। इसी मामले में थाना इनायत नगर से दो अन्य आरोपियों को भी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है।
सरयू एक्सप्रेस की जिस बोगी में आरोपी सवार हुए तो उसमें महिला मुख्य आरक्षी के अलावा दो साधू बैठे थे। महिला आरक्षी अपना बैग सिरहाने रखकर नींद में थीं। उसे देखकर अनीस और उसके साथियों ने उसके पास जाकर छेड़खानी शुरू कर दी। विरोध करने पर अनीस ने उसके गाल पर ब्लेड से हमला किया और उसका सिर कई बार खिड़की से लड़ा दिया। फिर तीनों उसके साथ जबरदस्ती करने का प्रयास करने लगे और उसके कपड़े फाड़ दिए।

अचानक अयोध्या जंक्शन से करीब दो किमी पहले रामगढ़ हाल्ट पर ट्रेन धीमी होने लगी, जिससे तीनों को शक हुआ कि किसी ने चेन पुलिंग कर दी है। तीनों घबराकर ट्रेन से कूद गए और ऑटो से अयोध्या आने के बाद अलग-अलग फरार हो गए। एसटीएफ को अनीस के मोबाइल की लोकेशन बीटीएस से मिली, जिसके समानांतर महिला आरक्षी और बाकी दोनों हमलावरों की लोकेशन भी मिल रही थी। इसके बाद एसटीएफ ने तीनों की तलाश शुरू की और एनकाउंटर में अनीस को ढेर कर दिया। उसके बाकी दोनों साथी भी पुलिस की गोली लगने से घायल हुए है।

मनकापुर से प्रयागराज जाने वाली सरयू एक्सप्रेस में 30 अगस्त की सुबह एक महिला मुख्य आरक्षी खून से लथपथ मिली थी। उसके चेहरे, माथे व गले पर धारदार हथियार से हमला किए जाने के निशान थे। साथ ही वह उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। जीआरपी ने उसे घायल अवस्था में श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया था, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया था। इस मामले में शुक्रवार यानी आज यूपी एसटीएफ और अयोध्या पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मुख्य आरोपी अनीस ढेर हो गया। जबकि उसके दो साथी एनकाउंटर में घायल हो गए हैं। स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि अयोध्या की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपए पुरस्कार मिलेगा। उन्होंने बताया कि थाना पूराकलंदर के छतरिवा पारा कैल मार्ग पर मुठभेड़ में सरयू एक्सप्रेस में महिला मुख्य आरक्षी पर हमले के मामले में पुलिस ने एक अपराधी अनीस को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। एसटीएफ और अयोध्या पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर में अपराधी नसीम ढेर हुआ है। उसके दो अन्य साथी भी घायल हुए हैं। मुठभेड़ में एसओ पुराकलंदर रतन शर्मा व दो अन्य सिपाही के भी घायल हुआ है। इसी मामले में थाना इनायत नगर से दो अन्य आरोपियों को भी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है।

सरयू एक्सप्रेस की जिस बोगी में आरोपी सवार हुए तो उसमें महिला मुख्य आरक्षी के अलावा दो साधू बैठे थे। महिला आरक्षी अपना बैग सिरहाने रखकर नींद में थीं। उसे देखकर अनीस और उसके साथियों ने उसके पास जाकर छेड़खानी शुरू कर दी। विरोध करने पर अनीस ने उसके गाल पर ब्लेड से हमला किया और उसका सिर कई बार खिड़की से लड़ा दिया। फिर तीनों उसके साथ जबरदस्ती करने का प्रयास करने लगे और उसके कपड़े फाड़ दिए।

अचानक अयोध्या जंक्शन से करीब दो किमी पहले रामगढ़ हाल्ट पर ट्रेन धीमी होने लगी, जिससे तीनों को शक हुआ कि किसी ने चेन पुलिंग कर दी है। तीनों घबराकर ट्रेन से कूद गए और ऑटो से अयोध्या आने के बाद अलग-अलग फरार हो गए। एसटीएफ को अनीस के मोबाइल की लोकेशन बीटीएस से मिली, जिसके समानांतर महिला आरक्षी और बाकी दोनों हमलावरों की लोकेशन भी मिल रही थी। इसके बाद एसटीएफ ने तीनों की तलाश शुरू की और एनकाउंटर में अनीस को ढेर कर दिया। उसके बाकी दोनों साथी भी पुलिस की गोली लगने से घायल हुए है।