उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में मोहर्रम और सावन के दौरान शांति, सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं। उनके इन निर्देशों के बाद प्रदेश के संवेदनशील जिलों में सुरक्षा व्यवस्थाएं तेज़ कर दी गई हैं। संभल जिला भी इन्हीं संवेदनशील क्षेत्रों में शामिल है। ऐसे में डीएम और एसपी खुद चप्पे चप्पे पर नजर रखें हैं।
एसपी खुद उतरे सड़कों पर
मुख्यमंत्री के निर्देश मिलते ही संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया और एसपी केके बिश्नोई खुद फोर्स के साथ सड़कों पर उतर आए। उन्होंने रैपिड रिएक्शन फोर्स, पीएसी, पुलिस अधिकारियों और सिविल प्रशासन के साथ मिलकर मोहर्रम जुलूस के मार्गों पर पैदल मार्च किया। अधिकारियों ने संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले इलाकों का दौरा कर स्थानीय स्थिति का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश भी दिए।
एसपी ने थाना प्रभारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि जुलूस के दौरान पर्याप्त फोर्स की तैनाती की जाए। साथ ही ताजिया की ऊंचाई 12 फीट से अधिक न हो और किसी भी तरह के हथियारों का प्रदर्शन न हो। परंपरागत रास्तों से हटकर कोई जुलूस निकालने की कोशिश करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जिले को इतने भागों में बांटा गया
डीजे और कांवड़ यात्रा को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं। तय डेसिबल लिमिट में ही साउंड बजाया जाएगा और डीजे की ऊंचाई 10 फीट से अधिक नहीं होगी। शांति समिति की अब तक 37 बैठकें की जा चुकी हैं और सेक्टर सिस्टम लागू कर दिया गया है, जिसमें जिले को 5 सेक्टर, 15 जोन और 3 सुपर जोन में बांटा गया है। कांवड़ मार्गों पर पेट्रोलिंग और जनसंपर्क जारी है।