उत्तर प्रदेश के दो जिलों शाहजहांपुर और संभल में सोशल मीडिया पर देश की सुरक्षा और सांप्रदायिक माहौल से जुड़ी फर्जी खबरें फैलाने के मामलों को लेकर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। शाहजहांपुर में कथित “आतंकी हमले” के एक फर्जी वीडियो को इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पोस्ट करने के मामले में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि संभल में एक युवक को पाकिस्तान समर्थित वीडियो साझा करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
शाहजहांपुर एसपी ने दी जानकारी
शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि मीडिया सेल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा, जिसमें लिखा था “शाहजहांपुर में आतंकी हमला” और साथ ही गोलीबारी की आवाजें भी शामिल थीं। इस वीडियो ने लोगों के बीच दहशत फैला दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की गई, जिसमें सामने आया कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी और अफवाह फैलाने वाला था। इसके बाद इंस्टाग्राम अकाउंट चलाने वाले अंकित कुमार और परविंदर के खिलाफ साइबर क्राइम थाने और कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया। इसके साथ ही एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भी एफआईआर की गई है।
संभल में सामने आया ये मामला
दूसरी ओर, संभल जिले के हजरत नगर गढ़ी क्षेत्र में पुलिस ने 27 वर्षीय युवक जमात अली को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें यह दावा किया गया था कि पाकिस्तान ने भारत के राफेल लड़ाकू विमान को मार गिराया है और उसके पायलट को बंदी बना लिया गया है। जांच में यह भी पाया गया कि अली ने पाकिस्तान समर्थक अन्य कई वीडियो को लाइक और शेयर किया है।
पुलिस ने अली के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें भारत की एकता और संप्रभुता को खतरे में डालने वाले कृत्य शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों ने आमजन से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी असत्य और भ्रामक सामग्री को साझा करने से बचें, क्योंकि इस तरह की हरकतों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।