महाकुंभ 2025 के समापन के अवसर पर बीती शाम ही उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने पुलिसकर्मियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों और अधिकारियों ने बिना शस्त्र के लोगों का दिल जीता और इतने बड़े आयोजन को बिना किसी बड़ी घटना के सफलतापूर्वक संपन्न कराया। उनके इस बयान पर अब सपा प्रमुख ने सवाल उठाया है। सपा प्रमुख ने मामले में पोस्ट भी किया है।
डीजीपी ने की तारीफ
जानकारी के मुताबिक, 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ 2025 का आखिरी दिन था। इस आयोजन के समापन को लेकर डीजीपी प्रशांत कुमार ने अपने विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि हम लोगों ने बिना किसी बड़ी घटना के महाकुंभ को संपन्न कराया है।
डीजीपी ने आगे कहा कि ये पूरी व्यवस्था केवल उत्तर प्रदेश पुलिस के अथक प्रयासों और नवीनतम तकनीकों के उपयोग से संभव हो पाई है। इस दौरान पुलिस ने बिना शस्त्र के, अपने व्यवहार और संयम से करोड़ों श्रद्धालुओं का दिल जीता। यह न केवल पुलिस प्रशासन बल्कि पूरे शासन के लिए गर्व की बात है।
अखिलेश यादव ने किया पोस्ट
अब उनके इस बयान पर मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने पलटवार कर दिया है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाकुंभ में भगदड़ और मौतों की घटनाओं को छुपाया जा रहा है, जो कि सनातन परंपराओं का अपमान है।
सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डीजीपी प्रशांत कुमार के बयान पर पलटवार करते हुए लिखा कि ‘श्रद्धालुओं की जान जाना क्या बड़ी घटना नहीं है। मृतकों की सच्ची लिस्ट का क्या हुआ।’
गौरतलब है कि 29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम नोज पर रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई थी, जिसमें सरकारी आंकड़ों के अनुसार 30 लोगों की मौत हुई थी। इस घटना के बाद विपक्ष ने योगी सरकार की तीखी आलोचना की थी।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने इस घटना को स्वीकारते हुए कहा कि उस दिन गलती हुई थी, लेकिन उससे सीख लेकर अब बेहतर प्रबंधन तकनीक अपनाई गई है, जिससे महाकुंभ में अब तक 65 करोड़ लोग बिना किसी बड़ी समस्या के स्नान कर चुके हैं।