संभल जनपद में जामा मस्जिद के सामने बनी सत्यव्रत पुलिस चौकी का निर्माण लगभग पूर्णता की ओर है। इस भवन की विशेषता इसके मुख्य द्वार पर स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, जहां राजस्थान के सफेद संगमरमर पर महाभारत के ऐतिहासिक दृश्य को उकेरा गया है। आज सत्यव्रत पुलिस चौकी के उद्घाटन समारोह में डीएम, एसपी के अलावा पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान चौकी में पूजा अर्चना की गई।
ये है मामला
सत्यव्रत चौकी की दीवारों पर भी गीता उपदेश के दृश्य को भित्ति चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। स्थानीय मान्यता है कि प्राचीन काल में संभल को ‘सत्यव्रत नगर’ के नाम से जाना जाता था, इसी आधार पर इस चौकी को ‘सत्यव्रत’ नाम दिया गया है। चौकी के भवन की शिल्पकला राजस्थान के कुशल कारीगरों द्वारा की गई है। एनिमेटेड और वॉशेबल रंगों का उपयोग इसे मौसम की मार से बचाता है।
चौकी में घुसते ही दृश्य उस दिव्य रथ का है, जिसमें अर्जुन सवार हैं और भगवान श्रीकृष्ण उनके सारथी के रूप में ज्ञान दे रहे हैं। साथ ही, गीता के चौथे अध्याय का प्रसिद्ध श्लोक भी संगमरमर पर अंकित है, जिसमें श्रीकृष्ण धर्म की पुनर्स्थापना और अधर्म के विनाश की बात करते हैं।
किया गया लोकार्पण
आज रामनवमी के शुभ अवसर पर इसका लोकार्पण किया गया। यह दो मंजिला चौकी न केवल स्थानीय सुरक्षा को सशक्त करेगी, बल्कि संभल में पुलिस नियंत्रण कक्ष का मुख्य केंद्र भी बनेगी। पिछले साल की हिंसा के बाद इस तरह की चौकियों का निर्माण बेहद जरूरी हो गया था। आज उद्धाटन के मौके पर यहां भंडारे का आयोजन करवाया जाएगा।