जनवरी का महीना चल रहा है, ऐसे में हर कोई सर्दी से परेशान है। घने कोहरे की वजह से लोग घर से बाहर निकलने से पहले सोच रहे हैं। इस मौसम में कई हादसे भी होते रहते हैं। ऐसे में नोएडा पुलिस ने घने कोहरे के दौरान सड़क दुर्घटनाओं और यातायात समस्याओं से निपटने के लिए एक व्यापक योजना बनाई है। नोएडा पुलिस की यह पहल कोहरे के मौसम में सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने और दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से की गई है। कोहरे के मौसम में सड़क हादसों को कम करने के लिए पुलिस ने विशेष चेकिंग अभियान शुरू किया है। वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे अपने वाहनों की हेडलाइट्स और फॉग लाइट्स चालू रखें, साथ ही दृश्यता बढ़ाने के लिए रेड और पीली टेप का उपयोग करें।
बनाए गए ब्लैक स्पॉट
जानकारी के मुताबिक, सर्दियों के मौसम में बढ़ती दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए नोएडा पुलिस ने 28 ब्लैक स्पॉट की पहचान की है, जहां विशेष निगरानी की जाएगी। इन स्थानों पर कोहरे और ठंड के कारण सड़क हादसों की संभावना अधिक होती है। इन 28 ब्लैक स्पॉट्स पर 24×7 पुलिस पेट्रोलिंग करेगी। दुर्घटनाओं के समय तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए रेस्क्यू टीमों की तैनाती इसके किए पुलिस ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर कुछ दूरी पर एक ट्रैफिक कर्मी की ड्यूटी लगाई है। रोड के किनारे बैरिकेडिंग भी पहुंचा दिए गए हैं। यह सब व्यवस्था सड़क दुर्घटना में पीड़ितों को मदद पहुंचाने के लिए की गई है।
कोहरे के दौरान किसी भी आपात स्थिति या
कोहरे को ध्यान में रखते हुए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और एमपी-2 एलिवेटेड रोड पर वाहनों की गति सीमा घटाई गई है। हल्के वाहनों के लिए गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटे से घटाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटे की गई है। इसके अलावा कोहरे के दौरान किसी भी आपात स्थिति या दुर्घटना की सूचना देने के लिए पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 7065100100 जारी किया है। इसके अलावा, यातायात जाम की स्थिति में 9971009001 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है, जहां से ट्रैफिक कर्मी शीघ्र सहायता प्रदान करेंगे।
रखी जा रही निगरानी
इतना ही नहीं, तेज रफ्तार वाहनों की निगरानी के लिए स्पीड रडार का उपयोग किया जा रहा है। महामाया फ्लाईओवर और एमपी-2 पर स्पीड रडार से चालान किए जा रहे हैं, जिससे तेज गति से वाहन चलाने वालों पर नियंत्रण रखा जा सके। कोहरे में वाहन चालकों को सचेत करने के लिए रिफ्लेक्टिव साइन बोर्ड और रोड मार्किंग का उपयोग किया जा रहा है।