गुरुग्राम पुलिस ने शारीरिक फिटनेस पर विशेष ध्यान देते हुए मोटी तोंद वाले पुलिसकर्मियों के लिए एक स्पेशल फिटनेस स्कीम शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त बनाना है ताकि वे अपनी ड्यूटी बेहतर तरीके से निभा सकें। यह योजना पुलिसकर्मियों की फिटनेस और स्वास्थ्य में सुधार के साथ-साथ उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाने का प्रयास है। इसके किए अब गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर ने सख्त आदेश जारी कर दिए हैं।
ऐसे होगी तोंद वाले पुलिसकर्मियों की पहचान
जानकारी के मुताबिक, गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने कहा है कि फिटनेस पुलिस बल की प्राथमिकता है, और यह पहल एक स्वस्थ वातावरण बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इसके लिए सभी पुलिसकर्मियों का शारीरिक फिटनेस परीक्षण किया जाएगा। इस परीक्षण में बॉडी मास इंडेक्स (BMI) और वेस्टलाइन का मापन किया जाएगा।जिन पुलिसकर्मियों का पेट अधिक बढ़ा हुआ पाया जाएगा, उनकी सूची तैयार की जाएगी। लिस्ट में जो भी पुलिसकर्मी अनफिट पाए गए उनकी फिटनेस सुधारने के लिए विशेष ट्रेनिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस ट्रेनिंग सत्र में जिम, योग, और एरोबिक्स जैसी गतिविधियों को शामिल किया जाएगा। जिन पुलिसकर्मियों में सुधार नहीं होगा, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। फिटनेस को प्रमोशन और अन्य लाभों से जोड़ा जाएगा।फिटनेस सुधारने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
सीपी ने कहा ये
पुलिस आयुक्त ने ये भी साफ कर दिया कि इस योजना का उद्देश्य न केवल पुलिसकर्मियों को शारीरिक रूप से फिट बनाना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि वे अपनी ड्यूटी के दौरान सतर्क और प्रभावी रहें। फिट पुलिसकर्मी कानून-व्यवस्था को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं।