अब उत्तर प्रदेश पुलिसकर्मियों के लिए आर्थिक सुरक्षा की नई राह खुल गई है। एक नई निवेश स्कीम के तहत यदि कोई जवान अपनी सेवा की शुरुआत में सिर्फ ₹2000 प्रति माह की सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) शुरू करता है, तो रिटायरमेंट तक उसे करोड़ों की पूंजी मिल सकती है।
हाल ही में आयोजित की गई थी कार्यशाला
यह जानकारी आगरा के सूरसदन में आयोजित एक विशेष कार्यशाला में दी गई, जिसे भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के सहयोग से आयोजित किया गया था। इस मौके पर निवेश के नए और सुरक्षित विकल्पों पर विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यशाला में बताया गया कि अगर कोई पुलिसकर्मी 20 साल की उम्र में नौकरी में आता है और नियमित ₹2000 मासिक एसआईपी में निवेश करता है, तो 40 साल बाद उसे लगभग 8 करोड़ रुपये तक मिल सकते हैं। जबकि उसकी कुल जमा पूंजी मात्र ₹9.60 लाख होगी। यह योजना लॉन्ग टर्म कंपाउंडिंग के सिद्धांत पर आधारित है।
आगरा पुलिस आयुक्त ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य जवानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे सेवाकाल में ही अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें। एनएसई के अधिकारी कृष्णन अय्यर ने कहा कि यह पहल ‘मेगा रीजनल इन्वेस्टर सेमिनार’ (RISA) के अंतर्गत है, जिसका उद्देश्य पुलिस और आम नागरिकों को विश्वसनीय वित्तीय जानकारी उपलब्ध कराना है।
जगह जगह कार्यक्रम आयोजित
सेबी और एनएसई ने 2024-25 में देशभर में 14,600 से अधिक निवेशक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं। साथ ही पुलिसकर्मियों को साइबर ठगी से बचने और डिजिटल वित्तीय लेन-देन में सतर्क रहने की सलाह भी दी गई है। यह स्कीम न सिर्फ आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि पुलिसकर्मियों को सेवाकाल में ही अपनी भविष्य निधि सुनिश्चित करने का भरोसेमंद अवसर भी देती है।