गाजियाबाद। नोएडा पुलिस के सिपाही सौरभ देशवाल की 25 मई की रात मसूरी थाना क्षेत्र के नाहल गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस की ओर से अब कोर्ट में आधिकारिक आख्या दाखिल कर दी गई है। हालांकि शुक्रवार को सुनवाई नहीं हो सकी, अगली सुनवाई अब 30 जून को निर्धारित की गई है।
पूछताछ के आधार पर हो रही गिरफ्तारी
इस हत्याकांड में अब तक जिन भी आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है, उनकी पहचान मुख्य आरोपित कादिर से पूछताछ के आधार पर हुई है। सूत्रों के मुताबिक कादिर ने पूछताछ के दौरान जिन सहयोगियों के नाम उजागर किए, उन्हीं के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की।
यही वजह रही कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों जावेद, इनाम और महताब के संबंध में रिमांड निरस्तीकरण के लिए अधिवक्ता अयूब अली के प्रार्थना पत्र पर पुलिस ने अपना पक्ष अदालत में दाखिल कर दिया है।
पुलिस जांच में यह भी स्पष्ट हुआ है कि उक्त तीनों आरोपित घटना के समय मौके पर मौजूद थे, जिसकी पुष्टि साक्ष्यों के आधार पर की गई है।
ये था मामला
घटना की रात को लेकर उठे सवालों पर भी पुलिस ने अपना जवाब दिया है। पुलिस का कहना है कि नोएडा फेस-3 थाने की टीम ने संबंधित थाने में विधिवत रवानगी दर्ज की थी, जिसके बाद वे हिस्ट्रीशीटर कादिर की तलाश में नाहल गांव पहुंचे थे।
घटना के बाद घायल सिपाही को तत्काल अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। यही कारण था कि एफआईआर अगले दिन सुबह लगभग 6 बजे दर्ज की गई। इसके अलावा पुलिस ने स्पष्ट किया कि घटनास्थल के आस-पास कोई भी ऐसा सीसीटीवी कैमरा नहीं मिला जिसमें पूरी घटना रिकॉर्ड हो सकी हो।
अब सबकी निगाहें 30 जून की सुनवाई पर टिकी हैं, जहां कोर्ट आगामी प्रक्रिया तय करेगा और यह स्पष्ट होगा कि पुलिस की अब तक की जांच कितनी प्रभावी रही है।