गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद तेजी से बढ़ती आबादी और अपराध नियंत्रण के लिहाज से पुलिस व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया जा रहा है। शासन को भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक जिले में 11 नए थानों की स्थापना की योजना है। इनमें से तीन थानों के लिए भूमि चिह्नित कर ली गई है और अब इस जमीन के पुलिस विभाग को हस्तांतरण की प्रक्रिया का इंतजार है।
खाका हुआ तैयार
शासन द्वारा तय मानकों के अनुसार शहरी क्षेत्रों में 50 हजार और ग्रामीण इलाकों में 75 से 90 हजार की जनसंख्या पर एक नया थाना बनाया जा सकता है। साथ ही, प्रत्येक थाने का दायरा लगभग 292 वर्ग किलोमीटर होना चाहिए। इसी नीति के तहत जिले में नए थानों का खाका तैयार किया गया है।
प्रस्तावित थानों में नीति खंड थाना, गंगनहर थाना और रावली थाना शामिल हैं। नीति खंड थाना के लिए कनावनी (इंदिरापुरम विस्तार योजना) में 3,000 वर्गमीटर भूमि, गंगनहर थाना के लिए डिडौली गांव में 5,300 वर्गमीटर और रावली थाना के लिए खरजीवनपुर खिमावती गांव में 2,910 वर्गमीटर भूमि चिन्हित की गई है।
इतना ही नहीं, पहले से संचालित तीन थानों—वेव सिटी, क्रॉसिंग रिपब्लिक और ट्रोनिका सिटी—की जमीन भी अब तक पुलिस विभाग के नाम पर दर्ज नहीं हुई है। वेव सिटी थाना के लिए 5,570 वर्गमीटर, क्रॉसिंग रिपब्लिक के लिए 5,000 वर्गमीटर और ट्रोनिका सिटी के लिए 1,500 वर्गमीटर जमीन का हस्तांतरण लंबित है।
एडीसीपी ने दी जानकारी
एडीसीपी प्रोटोकॉल आनंद कुमार ने बताया कि नीति खंड, वेव सिटी और क्रॉसिंग रिपब्लिक की जमीन का ट्रांसफर शासन स्तर पर लंबित है, जबकि अन्य तीन थानों के लिए जिलाधिकारी स्तर पर प्रक्रिया जारी है। जमीन मिलते ही थानों की स्थापना को लेकर निर्माण प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे पुलिसिंग व्यवस्था को नई मजबूती मिलेगी।