अलीगढ़ जनपद की पुलिस व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाने के उद्देश्य से जिले को एक नया थाना मिल गया है। इगलास क्षेत्र की गोरई चौकी को अब पूर्ण थाना का दर्जा देकर “गोरई थाना” अस्तित्व में आ चुका है। गोरई अब अलीगढ़ का 31वां थाना बन गया है, जहां फिलहाल स्थायी भवन निर्माण कार्य पूर्ण होते ही पुलिस बल की विधिवत तैनाती शुरू कर दी गई है।
हुए इतने पुलिसकर्मी तैनात
जानकारी के मुताबिक, गोरई थाने का गठन इगलास थाना क्षेत्र को विभाजित कर किया गया है। इगलास थाना अब तक उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े थानों में गिना जाता था, लेकिन इसके क्षेत्रफल और राजस्व गांवों की संख्या अधिक होने के चलते लंबे समय से इसे विभाजित करने की मांग हो रही थी। यह प्रक्रिया तीन साल पहले शासन स्तर पर स्वीकृत हो गई थी। हाल ही में थाने का भवन भी बनकर तैयार हो गया, जिसके साथ ही प्रशासन ने थाने को संचालित करने की तैयारी तेज कर दी।
थाने की जिम्मेदारी अब इंस्पेक्टर रंजीत कटारा को सौंपी गई है। साथ ही करीब 60 पुलिसकर्मियों की टीम को तैनात किया गया है। इससे पूर्व हेड मुहर्रिर की नियुक्ति की जा चुकी थी, जो इगलास थाने से गोरई से संबंधित पुराने अभिलेखों और दस्तावेजों का संग्रहण कर रहे हैं।
एसएसपी ने दी जानकारी
राजस्व बंटवारे के अनुसार, पहले इगलास थाने के अंतर्गत कुल 308 गांव आते थे। अब इनमें से 197 गांव इगलास में रहेंगे, जबकि 111 गांव गोरई थाने में शामिल किए गए हैं। इन गांवों में गोरई, बेसवां, बांस झूला, मिर्जापुर, नगला पीरा, भानऊ कला जैसे सैकड़ों गांव शामिल हैं।
थाना संचालन शुरू होने के साथ ही आसपास के लोगों को पुलिस सहायता के लिए इगलास नहीं जाना पड़ेगा। वहीं, एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि उद्घाटन कार्यक्रम दो दिनों के भीतर किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा कराया जाएगा।