उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस की एक शर्मनाक करतूत सामने आई है। शाहपुर थाना क्षेत्र के हरसोली गांव स्थित नाथ संप्रदाय के शिव मंदिर के महंत सुखराम ने पुलिस पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए हैं। मामले की जांच के बाद एसएसपी ने दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया, जबकि चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किया गया है।
ये है मामला
महंत सुखराम के मुताबिक, शाहपुर थाना प्रभारी दीपक कुमार ने थाने बुलाकर उनसे 31 हजार रुपये लिए। इसके अलावा, उन पर डेढ़ लाख रुपये की अतिरिक्त मांग भी की गई। सुखराम का आरोप है कि यह सब गांव के पूर्व प्रधान हरवीर की मिलीभगत से हुआ।
महंत ने बताया कि चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह ने 21 हजार रुपये मांगे, जो उन्होंने दे दिए। इसके बाद कांस्टेबल ऋतिक ने एसी लगवाने के नाम पर 31 हजार रुपये अपने खाते में मंगवाए। वहीं, कांस्टेबल उमेश ने अपने कमरे में बैटरी रखने और शराब के लिए 15 हजार रुपये लिए। कुछ भुगतान ऑनलाइन किया गया।
एसएसपी ने की कार्रवाई
परेशान होकर महंत ने एसएसपी अभिषेक सिंह से शिकायत की। एसएसपी ने सीओ बुढ़ाना गजेंद्र सिंह को जांच सौंपी। जांच में आरोप सही पाए गए। इसके बाद चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह को लाइन हाजिर, जबकि सिपाही ऋतिक और उमेश को निलंबित कर दिया गया।
एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दोष सामने आए हैं। आगे जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।