मथुरा जिले के थाना नौहझील क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों का खुलासा हुआ है। स्थानीय पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर दो अलग-अलग ईंट-भट्टों से कुल 90 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें 35 पुरुष, 27 महिलाएं और 28 बच्चे शामिल हैं। सभी ईंट-भट्टों पर मजदूरी करते हुए पाए गए। इस कार्रवाई ने सीमापार से घुसपैठ और अवैध बसावट के गंभीर नेटवर्क की ओर इशारा किया है, जिसकी पड़ताल अब खुफिया एजेंसियों और स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी श्लोक कुमार के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि खाजपुर और बाजना गांवों के ईंट-भट्टों पर कुछ संदिग्ध लोग काम कर रहे हैं। इस सूचना के आधार पर थाना नौहझील पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। जब मजदूरों से पूछताछ की गई तो उन्होंने खुद को बांग्लादेशी नागरिक बताया। ये सभी पहचान छुपाकर यहां तीन-चार महीने से रह रहे थे और मजदूरी कर जीवनयापन कर रहे थे।
पुलिस ने जब खाजपुर गांव में दबिश दी तो वहां से 40 बांग्लादेशी मिले। उनसे मिली जानकारी के आधार पर बाजना में स्थित दूसरे ईंट-भट्टे पर भी छापा मारा गया, जहां 50 और बांग्लादेशी नागरिक मिले। पुलिस अब इनके भारत में प्रवेश के पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है।
हिरासत में लिए जाने की प्रक्रिया शुरू
पूछताछ में सामने आया है कि इन लोगों को ठेकेदारों द्वारा काम पर रखा गया था। पुलिस ने संबंधित ठेकेदार से भी पूछताछ शुरू कर दी है। यह स्पष्ट किया गया है कि यदि ठेकेदार की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है, तो उस पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सभी पकड़े गए बांग्लादेशियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
पुलिस की इस कार्रवाई को अवैध घुसपैठ के खिलाफ बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। एलआईयू और अन्य खुफिया एजेंसियां इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर विस्तृत जांच में जुटी हैं।