लोकसभा चुनाव से पूर्व हरियाणा में सियासी गतिविधियां आज दिन भर हर पल बदलती रहीं. दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी से भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन टूटने के बाद प्रदेश में नए सिरे से सरकार बनने जा रही है और नायब सैनी प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. विधायकों की बैठक में उनके नाम पर सहमति बन गई है. सैनी की पहचान ओबीसी नेता की है और पार्टी जाहिर तौर पर उनको चेहरा बना आगामी लोकसभा चुनाव में बड़ा सियासी दांव चल रही है.
करनाल सीट से लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव
प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव के बाद संगठन या सरकार में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. मीडिया रपटों में कहा जा रहा है कि मनोहर लाल खट्टर हरियाणा की करनाल सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. मनोहर लाल खट्टर पिछले 9 बरसों से प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर हैं. अब उनको पार्टी या तो संसदीय राजनीति या फिर सांगठन के काम में लगा सकती है.
जानें कौन हैं नायब सैनी
नायब सैनी फिलहाल हरियाणा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष हैं. वह अंबाला लोकसभा के गांव नारायणगढ़ के रहने वाले हैं. 2019 में कुरुक्षेत्र सीट से लोकसभा सांसद के तौर पर संसद पहुंचे थे. इससे पहले के उनके राजनीतिक सफर की अगर बात करें तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री, जिला महामंत्री, जिलाध्यक्ष के तौर पर काम किया है. सैनी की राजनीतिक यात्रा असल मायने में 2002 में शुरू होती है. इस साल उनको हरियाणा में बीजेपी के युवा मोर्चा का कामकाज देखने का जिम्मा मिला. इसके बाद उन्होंने जिला अध्यक्ष के तौर पर काम किया और 2009 में बीजेपी किसान मोर्चा हरियाणा के प्रदेश महामंत्री बने. 2014 में वे नारायणगढ़ सीट से विधायक बने और फिर 2016 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री रहे. इनके पास खनन मंत्रालय का जिम्मा था. इसके अगले 3 बरस के बाद पार्टी ने 2019 में उनको कुरुक्षेत्र से सांसदी का चुनाव लड़ाया. नायब सैनी की बड़े ओबीसी नेता के तौर पर है. हरियाणा की नई सरकार का आज ही शाम 5 बजे शपथ ग्रहण समारोह होना है. मुख्यमंत्री के अलावा नया मंत्रिमंडल भी बनेगा.
दिन भर रही हरियाणा में सियासी हलचल
नायब सिंह सैनी अंबाला के नारायणगढ़ से आते हैं. वो वर्तमान में कुरुक्षेत्र से सांसद हैं और हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. 2014 में वो नारायणगढ़ से विधायक बने और 2016 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बने.
हरियाणा के पूर्व गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अचानक बीजेपी विधायक दल की बैठक छोड़कर बाहर निकल गए. इस दौरान उन्होंने मीडिया के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया. अनिल विज एक प्राइवेट गाड़ी में बैठकर निकल गए और पीछे उनकी सरकारी और सिक्योरिटी की गाड़ियां दिखाई दी. करनाल से सांसद संजय भाटिया अनिल विज के पीछे-पीछे पैदल चलते हुए दिखाई दिए लेकिन उन्होंने भी किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.
जजपा प्रवक्ता अरविंद भारद्वाज ने कहा है कि सभी विधायक संपर्क में हैं, 4 अभी आए हैं, बाकी भी आएंगे. 4 विधायक अभी हैं मीटिंग में हैं. इनमें दुष्यंत चौटाला, नैना चौटाला, रामकरण काला और अमरजीत ढांडा शामिल है.
कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने कहा है कि वक़्त है बदलाव का…भाजपा-जजपा का ये जोड़-तोड़ का ड्रामा जनता को एक बार फिर से बरगलाने का प्रयास है. साढ़े चार साल तक हरियाणा की जनता की आंखों में धूल झोंकने के बाद यदि आप ये सोच रहे हैं कि जनता सब कुछ भूल जाएगी तो ये आपका भ्रम है, लेकिन निश्चिन्त रहिए आगामी चुनाव में ये भ्रम भी टूट जाएगा. आगामी चुनाव में हरियाणा की जनता कांग्रेस सरकार का चुनाव करेगी, क्योंकि कांग्रेस गरीब वर्ग, हमारा पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के हक की लड़ाई लड़ रही है, ये लड़ाई न्याय की है, ये लड़ाई बेरोजगार युवाओं के हक की है.
मनोहर लाल खट्टर के हरियाणा के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में जो कुछ हो रहा है, वह इसलिए हो रहा है क्योंकि जनता ने बदलाव लाने का फैसला कर लिया है. जनता राज्य में मौजूदा सरकार से परेशान थी. हम इस पर कड़ी नजर रख रहे हैं.