राजस्थान सरकार ने एक बड़ा प्रशासनिक फैसला लेते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू को राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) का नया चेयरमैन नियुक्त किया है। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने सरकार की सिफारिश पर इस नियुक्ति को मंजूरी दी। साहू वर्तमान में प्रदेश के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों में शुमार हैं और पिछले 15 महीनों से डीजीपी के पद पर सेवाएं दे रहे थे।
कौन हैं उत्कल रंजन साहू
ओडिशा मूल के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी यूआर साहू की छवि एक ईमानदार, नीतिनिष्ठ और प्रशासनिक दृष्टि से सक्षम अफसर की रही है। उन्होंने राजस्थान पुलिस के आधुनिकीकरण, अनुशासन और जनसंपर्क की दिशा में उल्लेखनीय काम किया। साहू की सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने कभी भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति नहीं ली और पूरा करियर राजस्थान में ही बिताया।
उत्कल रंजन साहू को 2020 में डीजी रैंक मिली थी। उसके बाद उन्होंने पुलिस वेलफेयर, प्लानिंग और होमगार्ड जैसी अहम जिम्मेदारियां संभालीं। भजनलाल शर्मा सरकार ने फरवरी 2024 में उन्हें प्रदेश पुलिस का मुखिया बनाया। इससे पहले वे धौलपुर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, सीकर, श्रीगंगानगर, बांसवाड़ा, जोधपुर और भीलवाड़ा जैसे जिलों में बतौर एसपी सेवाएं दे चुके हैं।
चुनौती पूर्ण रहेगा कार्यकाल
अब आरपीएससी अध्यक्ष के रूप में उनका नया कार्यकाल शुरू हो रहा है, जो कई मायनों में चुनौतीपूर्ण है। बीते वर्षों में आयोग की साख को गहरा धक्का लगा है—पेपर लीक कांड और पूर्व सदस्यों की गिरफ्तारी जैसे मामलों ने संस्था की विश्वसनीयता को प्रभावित किया है। ऐसे में साहू के नेतृत्व में RPSC से जुड़ी पारदर्शिता, निष्पक्षता और भरोसे को फिर से कायम करने की उम्मीद की जा रही है।