अलीगढ़ में हाल ही में हुई एक संवेदनशील घटना ने न केवल जिले की कानून-व्यवस्था को चुनौती दी, बल्कि पुलिस प्रशासन की सूझबूझ और नेतृत्व पर भी सवाल खड़े किए। ऐसे समय में अलीगढ़ के एसएसपी संजीव सुमन ने जो भूमिका निभाई, वह प्रशंसा योग्य है और एक आदर्श पुलिस अधिकारी की मिसाल पेश करती है।
हिंदू संगठनों द्वारा थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन के बीच एसएसपी संजीव सुमन ने जिस संयम और दृढ़ता से हालात संभाले, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को साफ शब्दों में संदेश दिया कि दबाव बनाने की कोशिश काम नहीं आएगी और हर मुद्दे पर शांतिपूर्वक चर्चा के लिए उनका कार्यालय खुला है। यह वही लीडरशिप है जिसकी आज के दौर में ज़रूरत है जहाँ अफसर न सिर्फ सख्त फैसले ले बल्कि संवाद की पहल भी करे।
कौन हैं एसएसपी
2014 बैच के आईपीएस अधिकारी संजीव सुमन मूल रूप से बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने IIT रुड़की से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया और फिर UPSC की राह चुनी। लगातार प्रयासों के बाद जब वे IPS बने, तब से अब तक उन्होंने कई जिलों में अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमता का प्रदर्शन किया है।
संवेदनशील जगहों पर रहे तैनात
बागपत, कानपुर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी और मुजफ्फरनगर जैसे संवेदनशील जिलों में उन्होंने कानून-व्यवस्था को मज़बूत बनाए रखा। जनवरी 2024 से वह अलीगढ़ के एसएसपी हैं, और अब यह साफ है कि वे अपने काम के प्रति न सिर्फ गंभीर हैं, बल्कि दबाव झेलने के बजाय न्याय और कानून को प्राथमिकता देते हैं।