उत्तर प्रदेश शासन ने सोमवार देर रात तीन आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए, जिनमें एक नाम बेहद खास और चर्चा में रहा – भानु भास्कर। प्रयागराज ज़ोन में बतौर एडीजी कार्यरत भानु भास्कर को अब मेरठ ज़ोन की कमान सौंपी गई है। यह तबादला ऐसे समय में हुआ है जब मेरठ ज़ोन अपराध नियंत्रण और लॉ एंड ऑर्डर के लिहाज़ से एक अहम ज़िम्मेदारी मानी जाती है। सरकार के इस फैसले को उनके प्रति विश्वास के रूप में देखा जा रहा है।
कौन हैं भानु भास्कर
भानु भास्कर 1996 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं और मूल रूप से बलिया जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से स्नातक, परास्नातक और एमफिल की पढ़ाई की है।
अपने सेवाकाल में उन्होंने उत्तर प्रदेश के कई ज़िलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। लखनऊ, मथुरा, रामपुर, औरैया, बरेली और वाराणसी जैसे प्रमुख जिलों में वह एसएसपी रहे हैं। इसके अलावा आगरा और फैजाबाद रेंज में डीआईजी के रूप में भी उन्होंने कार्यभार संभाला है।
उनका कार्यकाल सिर्फ यूपी तक ही सीमित नहीं रहा। भानु भास्कर केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर भी रह चुके हैं, जहां उन्होंने कई वर्षों तक महत्वपूर्ण जांचों का नेतृत्व किया। इसके बाद उन्हें कानपुर में एडीजी के रूप में तैनाती मिली और दिसंबर 2022 में उन्हें प्रयागराज ज़ोन की ज़िम्मेदारी दी गई। प्रयागराज में उनका कार्यकाल लगभग सवा दो साल का रहा।
अब जब वह मेरठ ज़ोन का कार्यभार संभालने जा रहे हैं, तो यह एक बड़ी जिम्मेदारी मानी जा रही है। मेरठ जोन में कानून व्यवस्था की चुनौती काफी बड़ी है और सरकार ने जिस विश्वास के साथ उन्हें यहां तैनात किया है, वह यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उन पर पूरा भरोसा है।
डीके ठाकुर को भेजा गया लखनऊ
एडीजी डीके ठाकुर, जो अब तक मेरठ जोन की ज़िम्मेदारी संभाल रहे थे, उन्हें एसएसएफ लखनऊ का प्रमुख बनाया गया है। उनका कार्यकाल मेरठ में करीब 15 महीने का रहा। वहीं, भानु भास्कर मंगलवार को मेरठ पहुंचकर अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। फोन पर बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता अपराधियों पर सख्ती से नकेल कसना और जनता में सुरक्षा का भाव मजबूत करना रहेगा।