गाजियाबाद की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ और पारदर्शी बनाने के लिए पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ लगातार अहम कदम उठा रहे हैं। ताज़ा आदेश में उन्होंने निर्देश दिए हैं कि अब ट्रैफिक ड्यूटी में तैनात हेड कांस्टेबल चालान नहीं काटेंगे। यह कार्य केवल ट्रैफिक इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर के स्तर के अधिकारियों के माध्यम से ही संपादित किया जाएगा।
सभी अफसर रहे मौजूद
इस आदेश का उद्देश्य यातायात नियमों के क्रियान्वयन में जवाबदेही और अनुशासन को बढ़ाना है। पुलिस लाइन में आयोजित गोष्ठी में कमिश्नर ने यह स्पष्ट किया कि शहर में ट्रैफिक सुधार केवल चालान से नहीं बल्कि समन्वित प्रयासों से होगा। गोष्ठी में एडीसीपी कानून व्यवस्था, एडीसीपी ट्रैफिक, एसीपी ट्रैफिक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक सच्चिदानंद ने बताया कि हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल, होमगार्ड और पीआरडी जवान अब ट्रैफिक इंस्पेक्टर या सबइंस्पेक्टर की निगरानी में रहकर व्यवस्था को बेहतर बनाएंगे। यह कदम शिकायतों में कमी लाने और आमजन के साथ व्यावहारिक संबंध बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
बड़े आयोजन की सूचना देनी होगी पुलिस को
इसके अतिरिक्त, पुलिस कमिश्नर ने यह भी निर्देश दिए हैं कि किसी भी बड़े आयोजन — जैसे शादी, भंडारा, या सार्वजनिक कार्यक्रमों के बारे में आयोजनकर्ताओं को पूर्व सूचना ईमेल के माध्यम से ट्रैफिक विभाग को देनी होगी, जिससे ट्रैफिक पुलिस समय रहते उचित व्यवस्था कर सके।
गाजियाबाद में ट्रैफिक सिस्टम को अधिक पारदर्शी, अनुशासित और जवाबदेह बनाने के लिए कमिश्नर गौड़ की पहल को एक निर्णायक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।