उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कानून-व्यवस्था को और प्रभावी बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों के तहत आगरा पुलिस कमिश्नरेट में बड़ा बदलाव किया गया है। पुलिस कमिश्नर के पद पर तैनात रहे जे. रविंदर गौड़ को अब गाजियाबाद भेजा गया है, जबकि उनकी जगह आगरा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दीपक कुमार को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यह तबादला महज प्रशासनिक कवायद नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उस नीति का हिस्सा है, जिसके तहत प्रदेश की पुलिसिंग को ज्यादा प्रोफेशनल और सशक्त बनाया जा रहा है।
15 महीनों के कार्यकाल में किए ये काम
जे. रविंदर गौड़ का कार्यकाल लगभग 15 महीनों का रहा, लेकिन इस अल्प अवधि में उन्होंने जो प्रयोग किए, उसने आगरा की पुलिस व्यवस्था को नई दिशा दी। जनवरी 2024 में पदभार ग्रहण करने के समय कमिश्नरेट की छवि सवालों के घेरे में थी।
खासकर जगदीशपुरा थाने की घटना से पुलिस की साख को नुकसान पहुंचा था। गौड़ ने न केवल उस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई, बल्कि गिरोह के कई सदस्यों को जेल भिजवाकर यह संदेश दिया कि पुलिस अब साक्ष्य आधारित कार्यप्रणाली की ओर बढ़ रही है।
उनके कार्यकाल की एक खास बात रही – “बीट पुलिस अधिकारी” (बीपीओ) प्रणाली की शुरुआत। इससे स्थानीय स्तर पर पुलिस और आमजन के बीच सीधा संवाद स्थापित हुआ और जमीनी स्तर पर नेटवर्क मजबूत हुआ। साथ ही, उन्होंने थानों और चौकियों के सौंदर्यीकरण पर ध्यान देकर कई पुलिस कार्यालयों को आईएसओ प्रमाणित कराने की दिशा में पहल की।
उनकी निगरानी में कई बड़ी आपराधिक घटनाओं का समय से खुलासा हुआ। हाल ही में फर्जी दस्तावेजों से बैनामा कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ इसका बड़ा उदाहरण है, जिसमें एसआईटी गठित कर तेजी से कार्रवाई की गई।
कौन हैं दीपक कुमार
अब कमिश्नर पद की जिम्मेदारी दीपक कुमार को दी गई है, जो 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। मार्च 2023 से आगरा रेंज के आईजी रहते हुए वे जिले की भौगोलिक, सामाजिक और पुलिसिंग जरूरतों को गहराई से समझ चुके हैं। भले ही कमिश्नरेट उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर था, लेकिन वे लगातार इससे जुड़े विषयों में सक्रिय रहे हैं।